रायपुर: डिप्टी सीएम अरुण साव ने 2 दिनों तक नगरीय निकायों के कामों की समीक्षा बैठक की. समीक्षा बैठक को लेकर अरुण साव ने कहा कि नगर निगम और नगर पालिका में चल रहे विकास कार्यों को लेकर चर्चा हुई है. छत्तीसगढ़ को सुंदर बनाने के लिए जो भी कार्यों की स्वीकृति हुई उसकी समीक्षा की जा रही है. सरकार चाहती है कि विकास के कामों में कोई देरी नहीं हो. बिना किसी भेदभाव के हम विकास कार्यों के लिए नगर निगम और नगर पालिका को विकास की राशि मुहैया कराएंं. हमारी कोशिश है कि नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्र में लोगों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिले.
नगर निगम और नगर पालिका के कामों की समीक्षा: डिप्टी सीएम अरुण साव ने कहा कि आने वाले वक्त में हमारी कोशिश है कि संपूर्ण छत्तीसगढ़ विकास की दौड़ में हमेशा आगे रहे. हमारी कोशिश है कि लोगों को नगर पालिका और नगर निगम क्षेत्र में साफ सफाई के साथ साथ पीने का साफ पानी और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो. डिप्टी सीएम ने कहा कि विकास के लिए हम प्रतिबद्ध हैं. किसी भी तरह का भेदभाव जनता के साथ नहीं होगा ये विश्वास दिलाते हैं.
#WATCH रायपुर: छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा, "2 दिनों में नगरीय निकायों की समीक्षा बैठक हुई है, कल हमने नगर निगम और नगर पालिका की समीक्षा की थी। आज हमने राज्य के सभी पंचायतों के कार्यों की समीक्षा की... निकायों में जो विकास कार्य स्वीकृत हुए थे, उनकी समीक्षा की।… pic.twitter.com/oqQzvmP9vF
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2024
2 दिनों में नगरीय निकायों की समीक्षा बैठक हुई है. कल हमने नगर निगम और नगर पालिका की समीक्षा की थी. आज हमने राज्य के सभी पंचायतों के कार्यों की समीक्षा की. निकायों में जो विकास कार्य स्वीकृत हुए थे उनकी समीक्षा की. राज्य में हमारी सरकार बनने के बाद हमने बिना किसी भेदभाव के राशि उपलब्ध कराई ताकि हमारे शहर सुसज्जित, स्वच्छ और सुंदर बनें. इसके लिए हमारी सरकार काम कर रही है और आज हमने इसकी समीक्षा की.: अरुण साव, डिप्टी सीएम, छत्तीसगढ़
कांग्रेस भेदभाव का लगाती रही है आरोप: कांग्रेस पार्टी कई बार ये आरोप लगा चुकी है कि जहां जहां कांग्रेस नगर निगम और नगर पालिका में काबिज है वहां राशि खर्च करने के नाम पर भेदभाव सरकार की ओर से किया जा रहा है. बीते दिनों कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत ने भी विकास कार्यों में भेदभाव किए जाने का आरोप लगाया था. ज्योत्सना महंत ने कहा था कि आज भी कोरबा में जनता मदद के लिए मंत्री के पास नहीं बल्कि हमारे ज्यादा पहुंचते हैं.