जांजगीर चांपा: जांजगीर नैला नगर पालिका इन दिनों राजनीतिक उठापटक के दौर से गुजर रहा है. आज बुधवार को उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमें अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के बाद वोटिंग हुई है. जिसमें बीजेपी समर्थित नगर पालिका उपाध्यक्ष आशु गोस्वामी अपना सीट बचाने के कामयाब रहे.
आशु गोश्वामी ने बचाई अपनी सीट: जांजगीर नैला नगर पालिका में अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के खिलाफ प्रस्ताव के बाद से राजनितिक सरगर्मी तेज हो गई थी. आज उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर सम्मेलन का आयोजन किया गया. जिसमे 11 कांग्रेस पार्षद, 11 बीजेपी पार्षदों और 3 निर्दलीय पार्षदों ने मताधिकार का प्रयोग किया. वोटिंग के बाद 14 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के विरोध में मतदान किया. जबकि कांग्रेस के 10 पार्षदों ने अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया और 1 मत रिजेक्ट हो गया. इस तरह बीजेपी समर्थित उपाध्यक्ष आशु गोस्वामी का सीट बच गई. आशु गोश्वामी ने अपनी जीत के लिए पार्षदों की एकता को प्रमुख कारण बताया.
अविश्वास प्रस्ताव गिरा, अध्यक्ष ने जताया अफसोस: जांजगीर नैला नगर पालिका के अध्यक्ष भगवान दास गढ़ेवाल ने अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं होने का अफसोस जाहिर किया. साथ ही नपा उपाध्यक्ष आशु गोश्वामी को जीत की बधाई दी है. उनका कहना है कि नगर पालिका के कांग्रेसी पार्षदों ने उपाध्यक्ष के खिलाफ मत दिया है. लेकिन बीजेपी के पक्ष में अधिक पार्षदों के वोट डलने की वजह से अविश्वास प्रस्ताव पारित नहीं हो सका.
लोगों को नगर के विकास की उम्मीद: दरअसल, बीते कल मंगलवार को जांजगीर नैला नगर पालिका में अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया, जो एक तिहाई बहुमत के अभाव में खारिज हो गया था. वहीं आज अपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव खारिज हो गया. जिससे जांजगीर नैला नगर पालिका में राजनितिक उठापटक अब शांत हो गया है. अध्यक्ष और उपाध्यक्ष दोनों ने अपनी और पार्टी की साख बचा ली है. अब नगर की जनता जनप्रतिनिधियों से नगर के विकास की उम्मीद कर रहे हैं.