बेमेतरा: छत्तीसगढ़ में सरकार बदलते ही जनपद और नगर पंचायतों में विपक्षी दल के अध्यक्ष उपाध्यक्ष को बदलने का सिलसिला शुरू हो गया है. बेमेतरा के नवागढ़ थानखम्हरिया के बाद सोमवार को बेरला जनपद पंचायत के कई सदस्य बेमेतरा पहुंचे. यहां जिला पंचायत सीईओ लीना कमलेश मंडावी को अध्यक्ष उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर ज्ञापन सौंपा है.
21 सदस्यों ने अविश्वास प्रस्ताव आवेदन में किया दस्तखत: जानकारी के मुताबिक 25 सदस्यों वाले बेरला जनपद के 21 सदस्यों ने बेमेतरा जिला पंचायत पहुंचकर जिला पंचायत सीईओ लीना कमलेश मंडावी को अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आवेदन सौंपा है. वहीं, 21 सदस्यों के दस्तखत और उपस्थिति से अध्यक्ष उपाध्यक्ष की कुर्सी का जाना तय माना जा रहा है.
कलेक्टर की अनुपस्थिति में जिला पंचायत सीईओ को ज्ञापन सौंपा गया है. अविश्वास प्रस्ताव के लिए मतदान को लेकर तय तिथि की मांग की गई है. -सिद्दीकी खान, जनपद सदस्य, बेमेतरा
भेदभाव का आरोप: बेमेतरा जिला पंचायत आवेदन सौंपने आये सदस्यों का आरोप है कि अध्यक्ष उपाध्यक्ष लंबे समय मनमानी कर रहे हैं. अनुदान राशि में भेदभाव किया जा रहा है. आय-व्यय की जानकारी नहीं दी जा रही है, इसीलिए अध्यक्ष-उपाध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर आवेदन दिया जा रहा है.
बता दें कि कुछ दिनों पहले बालोद के दल्लीराजहरा नगर पालिका के भाजपा पार्षदों ने अध्यक्ष शिबू नायर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया था.नो कॉन्फिडेंस मोशन पर मत प्रयोग हुआ. वोटिंग के दौरान दो पार्षद गायब रहे. वहीं, तीन पार्षदों का वोट रद्द हो गया. यही कारण है शिबू नायर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने के बाद भी वह अपनी कुर्सी बचाने में कामयाब रहे.