पटनाः सीएम नीतीश कुमार चौथी बार विधानपरिषद् सदस्य चुने जाएंगे, सीएम ने विधानपरिषद् की अपनी चौथी पारी के लिए पर्चा दाखिल कर दिया है.इसके साथ ही जेडीयू नेताओं ने बड़ा दावा कर दिया. जेडीयू नेताओं ने कहा कि सीएम नीतीश के विधानपरिषद् का नामांकन दाखिल करने के साथ ही ये तय हो गया कि 2030 तक बिहार के सीएम नीतीश कुमार ही रहेंगे.
2030 तक नीतीशे कुमार !: सीएम के नामांकन दाखिल करने के बाद जेडीयू के विधायक डॉ. संजीव ने दावा किया कि "अब तो ये फाइनल हो गया कि जबतक एमएलसी का टर्म होगा नीतीश कुमार ही 2030 तक बिहार के मुख्यमंत्री रहेंगे. इससे सारी जनता और नेतागण खुश हैं कि फिर से बिहार में अच्छे से डबल इंजन की सरकार की सरकार चलेगी. अब ये तो तय है कि अगला चुनाव नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही लड़ा जाएगा."
"परिवार को राजनीति से अलग रखा": वहीं राज्यसभा सांसद संजय झा ने कि कहा कि "18 सालों से बिहार की जनता का आशीर्वाद नीतीश कुमारजी के मिलता आ रहा है और अब तो उनकी लोकप्रियता और बढ़ती ही जा रही है. उन्होंने परिवार को राजनीति से दूर रखा और सब बात जनता देखती है". संजय झा ने लालू प्रसाद के पीएम पर दिए गये बयान की भी कड़ी निंदा की. संजय झा ने लोकसभा की सभी 40 सीट जीतने का भी दावा किया.
खालिद अनवर और संतोष सुमन ने भी भरा पर्चाः जेडीयू के खालिद अनवर और हम की ओर से नीतीश सरकार के मंत्री संतोष सुमन ने भी विधानपरिषद् के लिए नामांकन किया. बीजेपी की तरफ से भी 3 नॉमिनेशन होने हैं लेकिन अभी पार्टी ने प्रत्याशी तय नहीं किए हैं. इसके अलावा महागठबंधन की तरफ से भी पांच उम्मीदवार विधानपरिषद् के लिए नामांकन करेंगे.
21 मार्च को है चुनाव: बता दें कि बिहार में विधानपरिषद् की 11 सीट 5 मई को खाली हो रही हैं. जिसके लिए जरूरी हुआ तो 21 मार्च को चुनाव कराए जाएंगे. नामांकन की अंतिम तारीख 11 मार्च है. फिलहाल नीतीश कुमार ने विधानपरिषद् के लिए नामांकन कर संकेत दे दिए हैं कि वो अभी बिहार की राजनीति में पूरी तरह सक्रिय रहेंगे.
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