गोड्डा: असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के गोड्डा लोकसभा सीट से प्रत्याशी मो मंसूर ने अपना नामांकन वापस ले लिया है. इसे लेकर गोड्डा में तरह-तरह की चर्चा हो रही है. हालांकि पूर्व में गोड्डा लोकसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार निशिकांत दुबे ने बीजेपी की बैठक के दौरान बयान दिया था कि उनका मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी प्रदीप यादव से नहीं, बल्कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी के उम्मीदवार मो मंसूर अंसारी से है.
वोटों के बिखराव के कयासों पर लगा विराम
तब राजनीतिक गलियारों में यह कयास लगाए जा रहे थे कि यदि एआईएमआईएम ने गोड्डा लोकसभा सीट से अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा तो मुस्लिम बहुल आबादी वाले लोकसभा क्षेत्र में वोटों का बिखराव होगा और इसका फायदा निशिकांत दुबे को मिल सकता है.
गलत साबित हुई निशिकांत की भविष्यवाणी
नामांकन वापसी के आखिरी दिन एआईएमआईएम के गोड्डा लोकसभा सीट के उम्मीदवार ने ही अपना नाम वापस ले लिया. ऐसे में गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे की भविष्यवाणी चुनाव से पहले ही गलत साबित हो गई. अब गोड्डा के लोग निशिकांत का अगला बयान आने का इंतजार कर रहे हैं.
अपने बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं निशिकांत
इस पूरे प्रकरण पर गोड्डा के वरिष्ठ पत्रकार हेमचंद्र कहते हैं कि बीजेपी प्रत्याशी निशिकांत दुबे ऐसे बयानों के लिए जाने जाते हैं. इससे पूर्व भी उन्होंने कहा था कि प्रदीप यादव को कांग्रेस उम्मीदवार बनाती है तो वो चुनाव प्रचार नहीं करेंगे, लेकिन आज हर दिन गांव-गांव और घर-घर घूम रहे हैं. इसमें कुछ गलत भी नहीं है. लेकिन उन्हें ऐसे हल्के बयानों से बचना चाहिए.
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