हजारीबाग: नामांकन प्रत्याशी के लिए बेहद महत्व रखता है नामांकन के दिन रोड शो करते हुए आमतौर पर प्रत्याशी पहुंचते है और अपना जन आधार बताने की कोशिश करते हैं. लेकिन उन सबसे अलग पीपल्स पार्टी ऑफ इण्डिया डेमोक्रेटिक के निशांत कुमार सिन्हा संविधान की पुस्तक को लेकर ही नामांकन करने के लिए अपने समर्थक के साथ पहुंचे. हाथों में संविधान की पुस्तक देखकर हरेक व्यक्ति यह जानने को इच्छुक हो गया कि आखिर ऐसी क्या बात है कि वो संविधान की पुस्तक लेकर पहुंचे हैं.
जब उनसे पूछा गया कि आप संविधान की पुस्तक लेकर क्यों आए हैं, उन्होंने कहा कि अब तक संविधान पूर्ण रूप से लागू नहीं हुआ है. लोगों को अधिकार नहीं मिल रहा है. यह बताने के लिए पुस्तक लेकर आया हूं. देश की तरक्की संविधान से ही हो सकती है. उन्होंने कहा कि आम लोगों में जागरूकता की कमी है. यही कारण है कि कोई भी संविधान के बारे में बात नहीं करता. वर्तमान जनप्रतिनिधि से भी संविधान के बारे में पूछा जाए तो वो भी जवाब नहीं दे पाएंगे.
वहीं, इंडिया गठबंधन से रुष्ट होकर सीपीआई के प्रत्याशी अनिरुद्ध कुमार ने हजारीबाग में गुरुवार को नामांकन दाखिल किया है. रोड शो करते हुए सीपीआई के प्रत्याशी नामांकन करने के लिए समरणालय पहुंचे. उनके साथ हजारीबाग के पूर्व सांसद भुवनेश्वर प्रसाद मेहता भी उपस्थित रहे. भुवनेश्वर प्रसाद मेहता ने कहा कि हजारीबाग में त्रिकोणीय मुकाबला होने जा रहा है. साथ ही इस बात लेकर दुख जाहिर किया कि इंडिया गठबंधन ने हजारीबाग से उम्मीदवार नहीं बनाया. इस कारण पार्टी अपना उम्मीदवार उतारने को मजबूर हो गई.
उन्होंने कहा कि जयप्रकाश भाई पटेल को कांग्रेस ने भाजपा से लाकर खड़ा कर दिया ये सरासर गलत है. भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार अनिरुद्ध कुमार ने कहा कि इस बार स्थानीय मुद्दा को लेकर चुनाव लड़ा जाएगा. आम जनता का सरोकार स्थानीय मुद्दे से है. उम्मीद भी है कि एक बार फिर हजारीबाग में इतिहास दोहराएगी.
पांच क्षेत्रीय हिन्दू संगठन का समर्थन प्राप्त शशि भूषण केसरी ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है. जो इस बार हिन्दू मठ की रक्षा और हजारीबाग के विकास के नाम पर लोगों से समर्थन मांग रहे हैं. शशि भूषण केसरी भी रोड शो करते हुए नामांकन करने के लिए पहुंचे.