पटनाः बिहार की सियासत में समय-समय पर चारा घोटाले और चरवाहा विद्यालय की गूंज सुनाई देती रहती है. मौसम चुनावी है तो ऐसे मुद्दे जरूर ही फिजा में तैरने लगते हैं. जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने भी चरवाहा विद्यालय को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर निशाना साधा है.
'लालू ने बनाए चरवाहे, नीतीश बना रहे हैं इंजीनियर': जेडीयू के मुख्य प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा है कि "लालूवाद के तथाकथित स्वर्णिम काल में 113 चरवाहा विद्यालय खोले गये, जिसमें हर महीने साढ़े चार रुपये शिक्षण शुल्क लेकर चरवाहा बनाया जाता था और माननीय नीतीश कुमार जी के शासनकाल में 44 पॉलिटेक्निक संस्था खोलकर 5 रुपये प्रति माह में अभियंता बनाया जा रहा है.अंतर साफ है आप चरवाहा बनाते थे, हम इंजीनियर बनाते हैं."
'अपमान का दंश नहीं झेलना पड़ता': नीरज कुमार यहीं नहीं रूके और तेजस्वी यादव पर तंज भी कसा. नीरज कुमार ने कहा कि मौका तो आपके पास भी था, अगर आप दसवीं की परीक्षा पास कर जाते तो माननीय नीतीश कुमारजी के शासनकाल में बने हुए पॉलिटेक्निक में अगर नामांकन करा लेते तो अपमान का दंश नहीं झेलना पड़ता. आज आप भी इंजीनियर कहलाते.
सुर्खियों में रहा चरवाहा विद्यालयः बता दें कि 23 दिसंबर 1991 को बिहार के तत्कालीन मुख्यमंत्री लालु प्रसाद यादव ने मुजफ्फरपुर के तुर्की में 25 एकड़ में पहला चरवाहा विद्यालय खुलवाया था. समाज के वंचित वर्ग के बच्चों को अपने काम के साथ-साथ पढ़ाई कराने के उद्देश्य से चरवाहा विद्यालय की स्थापना की गयी थी. शुरू में तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इसकी सराहना भी हुई लेकिन बाद में ये पूरी तरह फ्लॉप हो गया. बाद में नीतीश के शासनकाल में चरवाहा विद्यालय की जमीनों पर बीज उत्पादन केंद्र सहित कई सरकारी संस्थान बनवाए गये.चरवाहा विद्यालय को लेकर आज भी लालू प्रसाद आज भी NDA नेताओं के निशाने पर रहते हैं.
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विशेष रिपोर्ट: अस्तित्व बचाने का संघर्ष कर रहे बिहार के चरवाहा विद्यालय, लालू ने की थी शुरुआत