वाराणसी: बनारस के गांगा घाटों से सटे वार्डों की सफाई व्यवस्था को लेकर नगर निगम एक खास रणनीति पर काम कर रहा है. इसके लिए निगम ने एक हाईटेक निगरानी व्यवस्था भी बनाई है. जिसके सहारे घाटों से वार्डों की सफाई का फीडबैक लिया जा सकेगा.साथ ही लापरवाही बरतने वाले सफाईकर्मियों पर एक्शन भी लिया जा सकेगा. इसके लिए शुरुआत में घाटों से सटे 9 वार्डों की सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग शुरू की गई है. पहले चरण में वाराणसी के प्राचीनतम और धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण इलाकों का चयन किया गया है. फिर इसे सभी 100 वार्डो में लागू किया जायेगा. इन नौ वार्डों के नाम हैं राजघाट, प्रहलाद घाट, विन्दु माधव, कालभैरव, दशाश्वमेध, बंगाली टोला, बागाहाड़ा, शिवाला और नगवां
गंगा घाटों से सटे 9 वार्डों की सफाई की स्मार्ट निगरानी सफाई की स्मार्ट निगरानी को लेकर नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि शुरुआत में शहर के घाटों से सटे 9 वार्डो में जीआईएस नक्शे पर डिजिटली समस्त गलियों, सड़कों को समाहित किया गया है, प्रत्येक 500 मीटर पर 274 बीटों का बीटमैप तैयार किया गया है. इन नौ वार्डो में आने वाली सभी गलियों, सड़कों की कुल लम्बाई लगभग 137 किमी है. इन बीटमैपों पर सफाई कर्मचारियों की भी शिफ्टवार तैनाती कर दी गयी है. इन वार्डो में घर घर कूड़ा उठाने के लिए अलग के वाहनों के इंतजाम किए गए हैं. शत प्रतिशत कूड़ा उठाने की व्यवस्था की भी कन्ट्रोल कमांड सेन्टर से तकनीकी रूप से मॉनिटरिंग की जा रही है.
कंट्रोल कमांड सेंटर ले रहा जनता से फीडबैक वाराणसी नगर निगम की ओर से बनाए गए कन्ट्रोल कमांड सेन्टर में तकनीकी कर्मचारियों की तैनाती कर दी गयी है. सेंटर में तैनात कर्मचारी रोजाना इन वार्डों के स्थानीय नागरिकों से सफाई और कूड़ा उठाव के सम्बन्ध में फोन के जरिए फीडबैक लिया जा रहा है. इसके लिए कन्ट्रोल कमांड सेन्टर की ओर से नौ वार्डो में रहने वाले 8416 लोगों के मोबाईल नम्बर लिए गए हैं. जिनमें से अभी 1818 लोगों से फीडबैक लिया गया है.
खाली प्लॉट में कूड़ा मिलने पर मालिक के खिलाफ होगी कार्रवाई 9 वार्डों में खाली प्लॉट पर कूड़ा मिलने पर उस प्लॉट का जीयोटैग फोटो अटैच कर राजस्व विभाग को भेजा जाएगा. जिसपर राजस्व विभाग सख्त एक्शन लेगा.
तीसरी आंख से हो रही हाईटेक मॉनिटरिंग इन नौ वार्डों में स्मार्ट सिटी की ओर से लगाये गये कैमरों और अन्य प्रतिष्ठानों में मौजूद सीसीटीवी कैमरों को तत्काल इन्टीग्रेट करते हुए स्मार्ट सिटी कंट्रोल रूम से निगरानी होगी. इतना ही नहीं नौ वार्डो में कूड़ा उठाने में लगाए गए वहनों को भी जीपीएस से लैस किया गया है. सफाई कर्मियों की उपस्थिति भी इलेक्ट्रानिक बायोमेट्रिक्स के आधार पर की जा रही है. निगम कमिश्नर ने स्पष्ट कर दिया है कि तीन शिकायत के बाद संबंधित क्षेत्र में तैनात सफाई कर्मी और बीट इंचार्ज पर एक्शन होगा.
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