जयपुर. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 जनवरी को 'परीक्षा पे चर्चा' करेंगे. इसमें राजस्थान के भी पांच छात्रों का पीएम के संवाद करने के लिए सलेक्शन हुआ है. इनमें जयपुर के सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली 12वीं आर्ट्स की छात्रा नीलांशी का भी नाम शामिल है. हाल ही में राष्ट्रीय स्तर की शास्त्रीय गायन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर निलांशी का सलेक्शन परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम के लिए भी किया गया है.
परीक्षा की रणनीति पर चर्चा करेंगेः जयपुर के छोटी चौपड़ स्थित राजकीय महाराजा बालिका सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्रा नीलांशी शर्मा 29 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संग 'परीक्षा पे चर्चा' कार्यक्रम में संवाद करेंगी. स्कूल की प्रिंसिपल पुखराज आर्य ने बताया कि राष्ट्रीय कला उत्सव 2023-24 में शास्त्रीय गायन में पहला स्थान प्राप्त करने वाली नीलांशी को भारत सरकार की ओर से नई दिल्ली में होने वाले संवाद कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है. इस कार्यक्रम में देशभर से 4 हजार से ज्यादा प्रतिभागी शामिल होंगे. यहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी छात्रों और शिक्षकों संग संवाद करते हुए परीक्षा के तनाव को कम करने और परीक्षा की रणनीति पर चर्चा करेंगे.
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गणतंत्र दिवस की परेड में भी शामिल होंगीः कक्षा 12वीं आर्ट्स की छात्रा नीलांशी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस की परेड में शामिल होने के लिए भी बुलाया गया है. इससे पहले नीलांशी का उनके स्कूल में सम्मान भी किया गया. ईटीवी भारत से फोन पर हुई बातचीत में नीलांशी ने बताया कि 4 साल पहले उन्होंने शास्त्रीय संगीत की कक्षाएं लेना शुरू किया था. उनके गुरु पं राकेश शर्मा अजान ने उन्हें शास्त्रीय संगीत की एबीसीडी सिखाई. जिसके दम पर उन्होंने पहले स्कूल स्तर, फिर जिला स्तर, इसके बाद राज्य स्तर और अब राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया. दसवीं में भी 89% अंक प्राप्त कर चुकी नीलांशी ने बताया कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संवाद में सिर्फ यही कहना चाहती हैं कि कोई भी छात्र परीक्षा को लेकर स्ट्रेस ना लें, नॉलेज के लिए पढ़ाई करें, मार्क्स के लिए नहीं. अपने म्यूजिशियन पिता अविनाश शर्मा के सपनों को साकार करने के लिए नीलांशी शास्त्रीय संगीत की हर बारीकी को सीखकर इसी फील्ड में आगे बढ़ना चाहती हैं. उन्होंने ये भी स्पष्ट किया कि "वो किसी रियलिटी शो में नहीं जाना चाहती, क्योंकि वहां शास्त्रीय संगीत को वो आदर नहीं मिलता, जो उसे मिलना चाहिए". नीलांशी ने बताया कि वो अपनी नींव मजबूत करने में जुटी हुई है और आगे संगीत की सेवा करना चाहती हैं.