मेरठ: गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे राहुल कुमार और महेंद्र कुमार के फर्जी पासपोर्ट बनवाकर विदेश भागने के मामले पर जांच एजेंसी चार्जशीट लगाने की तैयारी में है. इसको लेकर शुक्रवार को एनआईए की टीम कंकरखेड़ा थाने पहुंची और जांच की. कंकरखेड़ा थाने की रिपोर्ट पर ही फर्जी पासपोर्ट बने थे. इस मामले में पुलिस ने दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है.
बता दें कि गुजरात की साबरमती जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई के गुर्गे श्रीडूंगरगढ़ बीकानेर राजस्थान निवासी राहुल कुमार और महेंद्र कुमार के खिलाफ करोड़ों रुपए की रंगदारी मांगने का मुकदमा दर्ज हुआ था. राहुल और महेंद्र ने लॉरेंस के कहने पर राजस्थान में कई संगीन अपराध को अंजाम दिया है. बता दें कि बीकानेर पुलिस ने दोनों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी तो आरोपी फर्जी पासपोर्ट बनवाकर दुबई भाग गए थे.
बीकानेर क्राइम ब्रांच की जांच में सामने आया कि दोनों के पासपोर्ट कंकरखेड़ा श्रद्धापुरी के पते पर बनवाए गए थे. इस मामले में बीकानेर के श्रीडूंगरगढ़ थाना पुलिस ने सुभाषपुरी में साइबर कैफे और गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस के पास कैफे चलाने वाले राजू वैध को गिरफ्तार किया था.
राजू ने बताया था कि उसने ही राहुल और महेंद्र के फर्जी आधार कार्ड और दूसरे दस्तावेज तैयार कराकर दोनों का तत्काल में पासपोर्ट आवेदन कराया. आवेदन के समय राजू ने अपना मोबाइल नंबर भर दिया था. इसी नंबर पर कंकरखेड़ा थाने से फोन करके बिना मौके पर गए ही फर्जी पते का सत्यापन कर दिया गया था. गाजियाबाद पासपोर्ट ऑफिस से लेकर कंकरखेड़ा थाने और लखनऊ तक से फर्जी दस्तावेजों पर मुहर लगती चली गई.
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