धमतरी : जिले के चरोटा गांव में नाले के पास में जीवित नवजात मिलने से हड़कंप मच गया है. बच्चे को यूरिया खाद वाली प्लास्टिक की बोरी में भर कर नाले में फेंक दिया गया था. कुछ लोगों ने सुबह की सैर के दौरान रोने की आवाज सुनी, तब नवजात का पता चला. तुरंत ही गांव की मितानिन को बुलाया गया, फिर मितानिन ने बच्चे को धमतरी जिला अस्पताल पहुंचाया है.
प्लास्टिक थैले में मिला नवजात शिशु : जानकारी के मुताबिक, भखारा थाना अंतर्गत ग्राम चरोटा के नाली में प्लास्टिक के थैले में एक नवजात शिशु मिला है. जैसे ही लोगों की नजर मासूम नवजात पर पड़ी, तत्काल उसे उपचार हेतु धमतरी जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जिससे नवजात की जान बच गई. नवजात को धमतरी जिला अस्पताल पहुंचाया गया, जहां उसे एसएनसीयू वार्ड में गहन चिकित्सा में रखा गया है. धमतरी जिला अस्पताल के डॉक्टरों की टीम नवजात की देखभाल कर रही है.
अस्पताल में एक नवजात शिशु बच्चे को भर्ती कराया गया है. नवजात शिशु का आज ही जन्म हुआ है, ऐसा लग रहा है. बच्चे का तापमान कम हो गया था, जिसके कारण उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही है. इसलिए बच्चों को एसएनसीयू में ऑक्सीजन देकर रखा गया है : डॉ अखिलेश देवांगन, चिकित्सक, जिला अस्पताल धमतरी
एक हफ्ते ऑब्जर्वेशन में रहेगा नवजात : ऐसा माना जा रहा है कि यह अवैध संबंधों का परिणाम हो सकता है. लोकलाज के भय से मां ने बच्चे को लावारिश हालात में छोड़ दिया होगा. बाल समिति के नोडल अधिकारी राजीव गोस्वामी ने बताया कि बच्चे को एक हफ्ते तक ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा. इसके बाद बच्चे की स्थिति ठीक होने के बाद बाल कल्याण समिति में पेश किया जाएगा. इसके बाद दत्तक ग्रहण के लिए भेज दिया जाएगा.
परिजनों की तलाश में पुलिस : इस मामले में भखारा थाना पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. साथ ही महिला एवं बल विकास विभाग ने भी बच्चे से जुड़ी जरूरी कार्रवाई शुरू कर दी है. भखारा थाना प्रभारी लेखराम ठाकुर का कहना है कि अभी किसी के खिलाफ एफआईआर नहीं किया गया है. परिजनों की तलाश जारी है.