लखनऊ: सीतापुर रोड को पुराने लखनऊ से जोड़ने वाला करीब 100 साल पुराना पक्का पुल जर्जर हो चुका है. इस पुल पर वाहनों का आना-जाना प्रतिबंधित कर दिया गया है. जिसकी वजह से लंबा जाम लग रहा है. यह परेशानी अब लंबी नहीं चलेगी. इसका विकल्प निकाल लिया गया है. राज्य सेतु निर्माण निगम को लोक निर्माण विभाग द्वारा शुरुआती 8 करोड़ रुपए का बजट पास किया गया है. कुल 100 करोड़ रुपये की लागत से यहां फोरलेन का नया पुल बनाया जाएगा, जो कि लगभग 2 साल में तैयार हो जाएगा. जिससे लखनऊ सीतापुर रोड पर आवागमन सुलभ होगा. इससे पहले साल 2014 में एक पुल बनाया जा चुका है. जो नाकाफी साबित हुआ है. इसलिए पक्के पुल से सटकर एक नए पुल का निर्माण किया जाएगा. पक्का पुल हमेशा के लिए लखनऊ हेरिटेज के तौर पर संरक्षित किया जाएगा.
शासन ने स्वीकृत किए हैं 100 करोड़ रुपये: लखनऊ का पक्का पुल पिछले करीब डेढ़ साल से कंडम घोषित किया जा चुका है. यहां वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया जा चुका. दुपहिया वाहनों के अतिरिक्त सभी तरह के वाहन इस पर अब नहीं चलाए जा रहे हैं. इसलिए नए पुल की आवश्यकता पड़ी. लोक निर्माण विभाग ने संबंध में शासन से बजट मांगा था. आखिरकार 100 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं, जिसमें से 8 करोड़ से अधिक की धनराशि जारी भी की गई है.
चार लेन का तैयार होगा पुल: लोक निर्माण विभाग के एक आला अधिकारी ने बताया कि लखनऊ में गोमती पर अंग्रेजों के जमाने में बने पक्के पुल के बगल में चार लेन का नया पुल बनने का रास्ता साफ हो गया है. करीब डेढ़ वर्ष की कवायद के बाद शासन ने पुल निर्माण के लिए वित्तीय स्वीकृत दे दी है. चार लेन पुल की प्रस्तावित लागत करीब 92 करोड़ 89 लाख 41 हजार रुपये खर्च होंगे. चालू वित्तीय वर्ष मार्च 2025 के लिए आठ करोड़ 51 लाख 29 हजार रुपये की धनराशि जारी कर दी गई है.
पुल निर्माण के लिए डीपीआर तैयार: योजना के तहत दोनों बंधे के बीच चार लेन के सेतु निर्माण की मंजूरी देते हुए वित्तीय स्वीकृत की गई है. इस मामले में सेतु निगम के अधिकारी ने बताया कि डीपीआर के तहत वित्तीय स्वीकृत का अधिसूचना जारी हो गई है. जहां कई नियम शर्तों के साथ पुल निर्माण की दिशा में काम शुरू होगा. चार लेन पुल दो वर्ष के भीतर बनकर तैयार होगा. इस दौरान पुल निर्माण की गुणवत्ता की जिम्मेदारी मुख्य अभियंता लोक निर्माण विभाग की रहेगी. पक्के पुल के बगल बनने वाले चार लेन पुल निर्माण के लिए डीपीआर तैयार हो गई है. इसी आधार पर वित्तीय स्वीकृत मिली है. नियम के मुताबिक टेक्निकल परीक्षण होगा. इसके बाद ड्राइंग तैयार की जाएगी. यह सब एक माह में पूरा हो जाएगा. इसके बाद ही निर्माण का काम शुरू हो सकेगा.
पुराने लखनऊ से सीतापुर रोड का सफर भी आसान होगा: इस परियोजना के तहत पुल निर्माण के पहले शिफ्टिग का काम होगा. इसके लिए विद्युत विभाग को करीब नौ करोड़ रुपये, वन विभाग को करीब 38 लाख रुपये और जलकल विभाग एक करोड़ 38 लाख के करीब धनराशि स्वीकृत की गई है. वर्तमान में पक्के पुल पर सभी प्रकार के वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित किया गया है.