ETV Bharat / state

DELHI VOTER LIST CONTROVERSY: चुनाव अधिकारी ने संजय सिंह के आरोपों को बताया गलत, डिटेल शेयर कर दी जानकारी - VOTER LIST DELETION IN DELHI

नई दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी ने AAP राज्यसभा सांसद संजय सिंह के वोटर लिस्ट से मतदाताओं के नाम काटने के आरोपों पर दिया जवाब.

दिल्ली वोटर लिस्ट विवाद
दिल्ली वोटर लिस्ट विवाद (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Delhi Team

Published : Jan 4, 2025, 6:21 PM IST

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा ने शुक्रवार को जाम नगर हाउस में नई दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट से मुलाकात कर कथित मतदाताओं के नाम हटाए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी. अब उनके आरोपों पर शनिवार को नई दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी की प्रतिक्रिया सामने आई है. जिला निर्वाचन अधिकारी के एक्स अकाउंट से पोस्ट शेयर कर संजय सिंह के आरोपों को निराधार बताया गया है.

पोस्ट में कहा गया है, "राज्यसभा सांसद संजय सिंह का आरोप है कि जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ), नई दिल्ली ने आपत्तिकर्ताओं का विवरण नहीं दिया और दावा किया कि डीईओ जानबूझकर मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम हटा रहे हैं, लेकिन यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है और निराधार है."

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया, "भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के दिशानिर्देशों के अनुसार, फॉर्म 7 का सारांश, जिसमें ऑब्जेक्टर्स और ऑब्जैक्ट्स दोनों के नाम शामिल हैं, उनको फॉर्म 10 के माध्यम से साप्ताहिक आधार पर ‘आप’ सहित सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा किया जाता है. इसके अलावा यह जानकारी पारदर्शिता के लिए सीईओ दिल्ली की आधिकारिक वेबसाइट पर भी अपलोड की जाती है. इसलिए, यह आरोप कि ऑब्जेक्टर्स के नाम साझा नहीं किए जा रहे हैं, वह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं हैं.

मतदाता सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया के बारे में बताया: जिला निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, मतदाता सूची से किसी भी नाम को हटाने की प्रक्रिया सख्ती से की जाती है. यह प्रक्रिया फॉर्म 7 दाखिल करने के साथ शुरू होती है और ऐसे सभी मामलों में बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ), बीएलओ सुपरवाइजर और अन्य अधिकारियों द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार एक सत्यापन किया जाता है. सिर्फ नाम हटाने के लिए एक लिस्ट जमा करने से इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं होती है.

संजय सिंह की पत्नी का वोटर लिस्ट से नाम कटवाने का आरोप गलत: जिला निर्वाचन अधिकारी ने संजय सिंह की पत्नी अनीता से संबंधित आरोपों पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा, "संजय सिंह की पत्नी अनीता के नाम को मतदाता सूची से हटाने के लिए दो अलग-अलग फॉर्म 7 आवेदन दायर किए गए थे. फील्ड वेरिफिकेशन के बाद बीएलओ ने पाया कि वह दिए गए पते पर निवास कर रही हैं और दोनों फॉर्म 7 आवेदन को खारिज कर दिया गया. इसके अलावा फॉर्म 7 को गलत तरीके से दाखिल करने के लिए ऑब्जेक्टर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर की प्रति भी जानकारी के लिए शेयर की गई है.

संजय सिंह के आरोप हैं निराधार: नई दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी ने आगे कहा, "कई अन्य मामलों में नामों को हटाने के लिए फॉर्म 7 आवेदनों को उचित प्रक्रिया और फील्ड वेरिफिकेशन के बाद खारिज कर दिया गया है. प्रत्येक आवेदन की व्यक्तिगत रूप से जांच की जाती है और अगर अवैध पाया जाता है तो मेरिट के आधार पर खारिज कर दिया जाता है.

चुनाव अधिकारी ने कहा, "यह आरोप कि डीईओ नई दिल्ली जानबूझकर वास्तविक मतदाताओं के नाम हटा रहे हैं, यह आरोप पूरी तरह से निराधार है. मतदाता सूची की अखंडता और सटीकता बनाए रखने के लिए निर्वाचन आयोग के मानदंडों का सख्ती से पालन करते हुए सभी तरह के निर्णय किए जाते हैं. उन्होंने आगे कहा, "जिला निर्वाचन कार्यालय मतदाता सूचियों की तैयारी और रखरखाव में पारदर्शिता, निष्पक्षता और जवाबदेही के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.

ये भी पढ़ें:

  1. AAP का BJP पर वोट काटने का अभियान चलाने का आरोप, संजय सिंह ने शुरू किया डोर टू डोर कैंपेन
  2. DELHI: 'पूर्वांचल के लोगों का वोट कटने नहीं देंगे...', संजय सिंह का भाजपा पर हमला
  3. 'दिल्ली में फर्जी वोट स्कैम कर रहे संजय सिंह' BJP ने सबूत दिखाकर AAP सांसद पर लगाए गंभीर आरोप
  4. संजय सिंह ने प्रवेश वर्मा और मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ ED में दी शिकायत, जानिए पूरा मामला
  5. संजय सिंह ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- पूर्वांचल समाज को बर्बाद करने की साजिश

नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और राघव चड्ढा ने शुक्रवार को जाम नगर हाउस में नई दिल्ली के जिला मजिस्ट्रेट से मुलाकात कर कथित मतदाताओं के नाम हटाए जाने की शिकायत दर्ज कराई थी. अब उनके आरोपों पर शनिवार को नई दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी की प्रतिक्रिया सामने आई है. जिला निर्वाचन अधिकारी के एक्स अकाउंट से पोस्ट शेयर कर संजय सिंह के आरोपों को निराधार बताया गया है.

पोस्ट में कहा गया है, "राज्यसभा सांसद संजय सिंह का आरोप है कि जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ), नई दिल्ली ने आपत्तिकर्ताओं का विवरण नहीं दिया और दावा किया कि डीईओ जानबूझकर मतदाता सूची से मतदाताओं के नाम हटा रहे हैं, लेकिन यह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं है और निराधार है."

जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया, "भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के दिशानिर्देशों के अनुसार, फॉर्म 7 का सारांश, जिसमें ऑब्जेक्टर्स और ऑब्जैक्ट्स दोनों के नाम शामिल हैं, उनको फॉर्म 10 के माध्यम से साप्ताहिक आधार पर ‘आप’ सहित सभी मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के साथ साझा किया जाता है. इसके अलावा यह जानकारी पारदर्शिता के लिए सीईओ दिल्ली की आधिकारिक वेबसाइट पर भी अपलोड की जाती है. इसलिए, यह आरोप कि ऑब्जेक्टर्स के नाम साझा नहीं किए जा रहे हैं, वह तथ्यात्मक रूप से सही नहीं हैं.

मतदाता सूची से नाम हटाने की प्रक्रिया के बारे में बताया: जिला निर्वाचन आयोग द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार, मतदाता सूची से किसी भी नाम को हटाने की प्रक्रिया सख्ती से की जाती है. यह प्रक्रिया फॉर्म 7 दाखिल करने के साथ शुरू होती है और ऐसे सभी मामलों में बूथ स्तर के अधिकारियों (बीएलओ), बीएलओ सुपरवाइजर और अन्य अधिकारियों द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार एक सत्यापन किया जाता है. सिर्फ नाम हटाने के लिए एक लिस्ट जमा करने से इसकी प्रक्रिया शुरू नहीं होती है.

संजय सिंह की पत्नी का वोटर लिस्ट से नाम कटवाने का आरोप गलत: जिला निर्वाचन अधिकारी ने संजय सिंह की पत्नी अनीता से संबंधित आरोपों पर भी सफाई दी. उन्होंने कहा, "संजय सिंह की पत्नी अनीता के नाम को मतदाता सूची से हटाने के लिए दो अलग-अलग फॉर्म 7 आवेदन दायर किए गए थे. फील्ड वेरिफिकेशन के बाद बीएलओ ने पाया कि वह दिए गए पते पर निवास कर रही हैं और दोनों फॉर्म 7 आवेदन को खारिज कर दिया गया. इसके अलावा फॉर्म 7 को गलत तरीके से दाखिल करने के लिए ऑब्जेक्टर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई थी. एफआईआर की प्रति भी जानकारी के लिए शेयर की गई है.

संजय सिंह के आरोप हैं निराधार: नई दिल्ली जिला निर्वाचन अधिकारी ने आगे कहा, "कई अन्य मामलों में नामों को हटाने के लिए फॉर्म 7 आवेदनों को उचित प्रक्रिया और फील्ड वेरिफिकेशन के बाद खारिज कर दिया गया है. प्रत्येक आवेदन की व्यक्तिगत रूप से जांच की जाती है और अगर अवैध पाया जाता है तो मेरिट के आधार पर खारिज कर दिया जाता है.

चुनाव अधिकारी ने कहा, "यह आरोप कि डीईओ नई दिल्ली जानबूझकर वास्तविक मतदाताओं के नाम हटा रहे हैं, यह आरोप पूरी तरह से निराधार है. मतदाता सूची की अखंडता और सटीकता बनाए रखने के लिए निर्वाचन आयोग के मानदंडों का सख्ती से पालन करते हुए सभी तरह के निर्णय किए जाते हैं. उन्होंने आगे कहा, "जिला निर्वाचन कार्यालय मतदाता सूचियों की तैयारी और रखरखाव में पारदर्शिता, निष्पक्षता और जवाबदेही के सिद्धांतों को बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है.

ये भी पढ़ें:

  1. AAP का BJP पर वोट काटने का अभियान चलाने का आरोप, संजय सिंह ने शुरू किया डोर टू डोर कैंपेन
  2. DELHI: 'पूर्वांचल के लोगों का वोट कटने नहीं देंगे...', संजय सिंह का भाजपा पर हमला
  3. 'दिल्ली में फर्जी वोट स्कैम कर रहे संजय सिंह' BJP ने सबूत दिखाकर AAP सांसद पर लगाए गंभीर आरोप
  4. संजय सिंह ने प्रवेश वर्मा और मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ ED में दी शिकायत, जानिए पूरा मामला
  5. संजय सिंह ने बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप, कहा- पूर्वांचल समाज को बर्बाद करने की साजिश
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.