उत्तरकाशी: नेहरू पर्वतारोहण संस्थान (निम) अब प्रशिक्षुओं को मुश्किल हालातों में भी जिंदा रहने के गुर सिखाएगा. संस्थान ने एडवांस, एमओआई और सर्च एंड रेस्क्यू कोर्सेज के प्रशिक्षुओं को अनिवार्य रूप से सर्वाइवल स्किल्स (उत्तरजीविता कौशल) सिखाने का निर्णय लिया है.
उत्तरकाशी स्थित नेहरू पर्वतारोहण संस्थान देश के नामचीन पर्वतारोहण संस्थानों में से एक है. यहां देश-विदेश के युवाओं को पर्वतारोहण का प्रशिक्षण दिया जाता है. इसके लिए संस्थान बेसिक से लेकर एडवांस आदि विभिन्न कोर्सेज संचालित करता है. जिसके लिए हर साल बड़ी संख्या में युवा आवेदन करते हैं. अब तक संस्थान में प्रशिक्षण के लिए आने वाले युवक-युवतियों को मुश्किल हालातों में भी जिंदा रहने के लिए किसी तरह की सर्वाइवल स्किल्स नहीं सिखाई जाती थी, लेकिन वर्तमान समय में प्रशिक्षण के दौरान किसी सदस्य के बिछुड़ने या अन्य विपरीत परिस्थितियों में भी जिंदा रहने के गुर की जानकारी होने के महत्व को देखते हुए संस्थान अब अपने प्रशिक्षुओं को सर्वाइवल स्किल्स सिखाने जा रहा है.
संस्थान के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमान भदौरिया ने इस पहल की जानकारी देते हुए बताया अब एडवांस माउंटेनियरिंग कोर्स, एमओआई (मैथड ऑफ इंस्ट्रक्शन) तथा सर्च एंड रेस्क्यू कोर्सेज के प्रशिक्षुओं को सर्वाइवल स्किल्स सिखाई जाएगी. यह सभी स्किल्स प्रशिक्षुओं को मुश्किल हालातों से लड़कर खुद को जिंदा रखने में मदद करेंगी.
क्या-क्या सीखेंगे प्रशिक्षु: निम के कर्नल अंशुमान भदौरिया ने बताया सर्वाइवल स्किल्स के अंतर्गत प्रशिक्षुओं को कहीं फंस जाने पर शेल्टर बनाने, भोजन उपलब्ध नहीं होने पर भोजन की व्यवस्था करने, क्या-खा सकते हैं और क्या नहीं, गंदे पानी को साफ करने, बिना माचिस के आग जलाने आदि के गुर सिखाए जाएंगे.
निम उत्तरकाशी के प्रधानाचार्य कर्नल अंशुमान भदौरिया ने कहा वर्तमान समय में सर्वाइवल स्किल्स की जानकारी होना बहुत जरूरी है. इसलिए अब एडवांस, एमओआई और सर्च एंड रेस्क्यूृ कोर्स के प्रशिक्षुओं को सर्वाइवल स्किल्स भी सिखाई जाएगी.