कानपुर: ग्वालटोली पुलिस ने विदेश में रहने वाली हॉस्पिटल संचालिका के नाम पर बैंक से लोन कराकर 1.50 करोड़ की ठगी करने वाली मास्टरमाइंड नेहा तिवारी को अरेस्ट कर लिया. विदेश में रहने वाली आभा हॉस्पिटल की मालकिन डॉक्टर प्रतिभा रोहतगी का फाइनेंस मैनेज करने वाली नेहा तिवारी ने अपने साथी राहुल कटियार के साथ मिलकर ठगी को अंजाम दिया था. इसमें एक बैंक कर्मचारी रजत सिंह भी शामिल था.
ग्वालटोली पुलिस राहुल को पहले ही अरेस्ट करके जेल भेज चुकी थी. कानपुर के ग्वालटोली में रहने वाली आभा गुप्ता ने ग्वालटोली थाने में इसी साल अक्टूबर में एफआईआर दर्ज कराई थी. इसमें आरोप लगाया था कि राहुल कटियार और नेहा तिवारी के साथ एक बैंक कर्मी रजत सिंह ने उनकी बड़ी बहन प्रतिभा गुप्ता के नाम पर फर्जीवाड़ा करके 1.50 करोड़ रुपए का लोन लिया और उसे हड़प लिया. इसकी जानकारी तब हुई जब लोन की किश्तें समय पर नहीं जमा हुई और बैंक की तरफ से घर में नोटिस पहुंची.
वहीं FIR दर्ज होने के बाद ग्वालटोली पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राहुल को अरेस्ट करके पहले ही जेल भेज दिया था. अब नेहा की गिरफ्तारी हुई है. ग्वालटोली पुलिस ने नेहा को उसके ही घर से रविवार सुबह अरेस्ट कर लिया. एसीपी कर्नलगंज टीवी सिंह ने कहा कि नेहा पिछले दो महीने से फरार चल रही थी. आज सुबह मुखबिर और मोबाइल लोकेशन की मदद से नेहा को अरेस्ट कर लिया गया. नेहा से ग्वालटोली थाने में पूछताछ की जा रही है.
FIR दर्ज कराने वाली पीड़िता आभा ने बताया कि उनकी बड़ी बहन प्रतिभा आभा नर्सिंग होम का संचालन करती थी. पिछले चार-पांच साल से अल्जाइमर से पीड़ित होने के चलते, वो कैलिफोर्निया में शिफ्ट हो गई है. साल 2021 में प्रतिभा के एक कंपनी में शेयर फंसे हुए थे. इसके चलते राहुल और नेहा मिले. इसके बाद दोनों डॉ. प्रतिभा का फाइनेंस देखने लगे. इन दोनों ने बैंक के एक कर्मचारी रजत की मदद से प्रतिभा के नाम पर किदवई नगर के एक बैंक में फर्जी दस्तावेजों से खाता खुलवाया. इसके साथ ही दिल्ली में भी एक खाता खुलवाया.
दिल्ली की बैंक से डेढ़ करोड़ रुपये का लोन लिया और उन रुपयों को किदवईनगर के खाते में ट्रांसफर कराया. जब किस्तें नहीं भरी गईं, तो बैंक से नोटिस आने के बाद आभा को पता चला. इसके बाद आभा ने FIR दर्ज करवाई.
ये भी पढ़ें- अयोध्या पहुंचे 20 हजार छात्र-छात्राओं ने जाना राम मंदिर का इतिहास, किये रामलला के दर्शन