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सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कराई थी नसबंदी, गर्भवती होने पर महिला परेशान - negligence in sterilization

मैनपुरी के किशनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों की लापरवाही (Negligence in Sterilization) सामने आई है. नसबंदी कराने वाली महिला ने गर्भवती होने पर डाॅक्टरों के खिलाफ कार्रवाई के बाबत मुख्य चिकित्सा अधिकारी को शिकायती पत्र दिया है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Apr 24, 2024, 8:55 PM IST

मैनपुरी : मैनपुरी के किशनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में की गई महिला नसबंदी के मामले में गंभीर लापरवाही सामने आई है. नसबंदी के बाद महिला के गर्भवती होने से परिजन और डाॅक्टर सभी हैरान हैं. पीड़िता ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को शिकायती पत्र देकर लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. चिकित्सा अधीक्षक अजय कुमार भदोरिया ने बताया कि मामला संज्ञान में है. उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. दिशा निर्देश मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी के थाना क्षेत्र के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की गलती और लापरवाही का मामला निकलकर सामने आया है. पीड़िता का आरोप है कि उसने परिवार नियोजन के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कराई थी. इसके बाद भी वह गर्भवती हो गई. पीड़िता का कहना है कि उसने आशा और डॉक्टर के विश्वास पर अपनी नसबंदी कराई थी. इसके बाद भी वह गर्भवती हो गई. जिससे वह बहुत परेशान है.

मामला किशनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला का है. महिला के पति का कहना है कि चार बच्चों (दो बेटे और दो बेटियां) के चलते उसने 25 नवंबर 2021 को पत्नी की नसबंदी कराई थी. अब वह फिर से गर्भवती हो गई है. ऐसे में हम दोनों मानसिक रूप से काफी परेशान हैं. इस बाबत सीएचसी में शिकायत की तो कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

मैनपुरी : मैनपुरी के किशनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में की गई महिला नसबंदी के मामले में गंभीर लापरवाही सामने आई है. नसबंदी के बाद महिला के गर्भवती होने से परिजन और डाॅक्टर सभी हैरान हैं. पीड़िता ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को शिकायती पत्र देकर लापरवाह स्वास्थ्यकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. चिकित्सा अधीक्षक अजय कुमार भदोरिया ने बताया कि मामला संज्ञान में है. उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया गया है. दिशा निर्देश मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.

उत्तर प्रदेश के जनपद मैनपुरी के थाना क्षेत्र के सरकारी अस्पताल के डॉक्टरों की गलती और लापरवाही का मामला निकलकर सामने आया है. पीड़िता का आरोप है कि उसने परिवार नियोजन के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर नसबंदी कराई थी. इसके बाद भी वह गर्भवती हो गई. पीड़िता का कहना है कि उसने आशा और डॉक्टर के विश्वास पर अपनी नसबंदी कराई थी. इसके बाद भी वह गर्भवती हो गई. जिससे वह बहुत परेशान है.

मामला किशनी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली महिला का है. महिला के पति का कहना है कि चार बच्चों (दो बेटे और दो बेटियां) के चलते उसने 25 नवंबर 2021 को पत्नी की नसबंदी कराई थी. अब वह फिर से गर्भवती हो गई है. ऐसे में हम दोनों मानसिक रूप से काफी परेशान हैं. इस बाबत सीएचसी में शिकायत की तो कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी से दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.

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