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बिहार के बच्चों में नीट-यूजी को लेकर बढ़ा क्रेज, पिछले साल की तुलना में 38% अधिक आवेदन प्राप्त - NEET UG Candidate In Bihar

NEET UG Candidate In Bihar: मई महीने में नीट यूजी की परीक्षा होने वाली है, जिसको लेकर देशभर से आवेदन प्राप्त हुआ है. बिहार के बच्चों का भी इसमें रुझान बढ़ा है. इस बार बिहार से पिछले साल की तुलना में इस साल 38 प्रतिशत अधिक आवेदन प्राप्त हुए हैं.

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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 31, 2024, 12:19 PM IST

पटना: NEET-UG को लेकर बिहार के छात्रों का रुझान काफी बढ़ गया है. देशभर में नीट यूजी 2024 में इस बार छात्राओं की संख्या छात्रों से काफी अधिक है. इस बार 23.81 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें बिहार से 139398 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है. पिछले वर्ष यह संख्या 1.03 लाख ही थी. नीट यूजी की परीक्षा 5 मई 2024 को आयोजित होगी, जबकि रिजल्ट 14 जून 2024 को जारी होगा.

नीट यूजी परीक्षा में बिहार से आवेदन: दक्षिण भारत की अग्रणी एडटेक प्लेटफार्म वेदांतु के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) अर्णव दत्ता ने बताया कि बिहार में बीते 3 वर्षों में मेडिकल में दाखिले के लिए बच्चों का रुझान काफी बढ़ा है. इसके पीछे सबसे प्रमुख वजह कोरोना महामारी का आना है. कोरोना के दौर में सभी को मेडिकल फील्ड का महत्व समझ में आया और बच्चों में भी और पेरेंट्स में मेडिकल फील्ड को लेकर की अवेयरनेस बढ़ी है.

"जिस प्रकार देश में अधिक संख्या में नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. सरकार मेडिकल की पढ़ाई को प्राइवेट कॉलेज में भी नियम बनाकर सस्ता करने का जो प्रयास कर रही है, उसको देखते हुए पैरेंट्स भी अब बच्चों को मेडिकल कराने से नहीं डर रहे. पिछले साल की तुलना में बिहार के बच्चों के इस साल ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं."- अर्णव दत्ता, सीओओ, वेदांतु

'मेडिकल करने के बाद बच्चा बेरोजगार नहीं': अर्णव दत्ता ने बताया कि उनके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिहार से काफी संख्या में बच्चे जुड़े हुए हैं. इंजीनियरिंग के अलावा मेडिकल फील्ड के लिए बच्चों की संख्या उनके पास काफी अधिक है. बच्चों को पता है कि देश में चिकित्सकों की कमी है और यदि बेहतर तरीके से वह तैयारी कर लेते हैं तो मेडिकल फील्ड में फ्यूचर ज्यादा बेहतर है. इंजीनियरिंग फील्ड में प्लेसमेंट की वैसी गारंटी नहीं रहती. लेकिन अभी के समय यह स्थिति जरूर है कि मेडिकल कंप्लीट करने के बाद कोई बच्चा बेरोजगार नहीं रहता और वह एक अच्छी लाइफस्टाइल जीता है.

कुल आवेदन की संख्या: देश भर से प्राप्त हुए 2381833 आवेदनों में छात्राओं की संख्या 1363216 है और छात्रों की संख्या 1018593 है. वही ट्रांसजेंडर आवेदकों की संख्या 24 है. देश भर में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश से 339125 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इसके बाद महाराष्ट्र से 279904, राजस्थान से 196139, तमिलनाडु से 155216, कर्नाटक से 154210, केरल से 144949 आवेदन प्राप्त हुए हैं.

14 जून को आएगा परिणाम: गौरतलब है कि इस परीक्षा के माध्यम से देश भर के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस के साथ-साथ विभिन्न अंडरग्रैजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिला होता है. इसी परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थी आर्म्ड फोर्सज मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल के बीएससी नर्सिंग कोर्स में दाखिला लेते हैं.

ये भी पढ़ें: NEET Exam: बिहार के 27 जिलों में 170 केंद्रों पर NEET एग्जाम, परीक्षार्थी इन बातों का रखें ख्याल

पटना: NEET-UG को लेकर बिहार के छात्रों का रुझान काफी बढ़ गया है. देशभर में नीट यूजी 2024 में इस बार छात्राओं की संख्या छात्रों से काफी अधिक है. इस बार 23.81 लाख आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसमें बिहार से 139398 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया है. पिछले वर्ष यह संख्या 1.03 लाख ही थी. नीट यूजी की परीक्षा 5 मई 2024 को आयोजित होगी, जबकि रिजल्ट 14 जून 2024 को जारी होगा.

नीट यूजी परीक्षा में बिहार से आवेदन: दक्षिण भारत की अग्रणी एडटेक प्लेटफार्म वेदांतु के चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर (सीओओ) अर्णव दत्ता ने बताया कि बिहार में बीते 3 वर्षों में मेडिकल में दाखिले के लिए बच्चों का रुझान काफी बढ़ा है. इसके पीछे सबसे प्रमुख वजह कोरोना महामारी का आना है. कोरोना के दौर में सभी को मेडिकल फील्ड का महत्व समझ में आया और बच्चों में भी और पेरेंट्स में मेडिकल फील्ड को लेकर की अवेयरनेस बढ़ी है.

"जिस प्रकार देश में अधिक संख्या में नए मेडिकल कॉलेज खोले जा रहे हैं. सरकार मेडिकल की पढ़ाई को प्राइवेट कॉलेज में भी नियम बनाकर सस्ता करने का जो प्रयास कर रही है, उसको देखते हुए पैरेंट्स भी अब बच्चों को मेडिकल कराने से नहीं डर रहे. पिछले साल की तुलना में बिहार के बच्चों के इस साल ज्यादा आवेदन प्राप्त हुए हैं."- अर्णव दत्ता, सीओओ, वेदांतु

'मेडिकल करने के बाद बच्चा बेरोजगार नहीं': अर्णव दत्ता ने बताया कि उनके ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिहार से काफी संख्या में बच्चे जुड़े हुए हैं. इंजीनियरिंग के अलावा मेडिकल फील्ड के लिए बच्चों की संख्या उनके पास काफी अधिक है. बच्चों को पता है कि देश में चिकित्सकों की कमी है और यदि बेहतर तरीके से वह तैयारी कर लेते हैं तो मेडिकल फील्ड में फ्यूचर ज्यादा बेहतर है. इंजीनियरिंग फील्ड में प्लेसमेंट की वैसी गारंटी नहीं रहती. लेकिन अभी के समय यह स्थिति जरूर है कि मेडिकल कंप्लीट करने के बाद कोई बच्चा बेरोजगार नहीं रहता और वह एक अच्छी लाइफस्टाइल जीता है.

कुल आवेदन की संख्या: देश भर से प्राप्त हुए 2381833 आवेदनों में छात्राओं की संख्या 1363216 है और छात्रों की संख्या 1018593 है. वही ट्रांसजेंडर आवेदकों की संख्या 24 है. देश भर में सबसे अधिक उत्तर प्रदेश से 339125 आवेदन प्राप्त हुए हैं, इसके बाद महाराष्ट्र से 279904, राजस्थान से 196139, तमिलनाडु से 155216, कर्नाटक से 154210, केरल से 144949 आवेदन प्राप्त हुए हैं.

14 जून को आएगा परिणाम: गौरतलब है कि इस परीक्षा के माध्यम से देश भर के मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमएस, बीयूएमएस के साथ-साथ विभिन्न अंडरग्रैजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिला होता है. इसी परीक्षा के माध्यम से अभ्यर्थी आर्म्ड फोर्सज मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल के बीएससी नर्सिंग कोर्स में दाखिला लेते हैं.

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