पटना : नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार पटना एम्स के छात्रों से सीबीआई सवालों की बौछार कर रही है. पटना एम्स से गिरफ्तार चार सॉल्वर छात्र चंदन कुमार, राहुल कुमार, करण जैन और कुमार सानू को रिमांड पर लेकर सीबीआई पूछताछ कर रही है. पूछताछ के क्रम में कई अहम जानकारी मिलने की भी संभावना है. जिसके तहत अभी कई गिरफ्तारियां भी होनी है.
कड़ी से कड़ी जोड़ रही CBI : इसके अलावा रांची रिम्स की छात्रा सुरभि को भी सीबीआई ने हिरासत में लिया है. सुरभि को रिमांड में लेकर सीबीआई पूछताछ की तैयारी में है. ऐसे में पांचों मेडिकल के छात्रों से सीबीआई परीक्षा माफियाओं तक पहुंचाने की जुगत में है. इधर सीबीआई ने इन चारों छात्रों के अलावा झारखंड के हजारीबाग के सुरेंद्र शर्मा को भी गिरफ्तार किया है और इसे भी डिमांड पर लेकर पूछताछ कर रही है. सीबीआई की गिरफ्तारियां कड़ी से कड़ी जोड़ रही है.
कॉल डिटेल्स खंगालकर तह तक जाने की कोशिश : बता दें कि पटना एम्स के चारों छात्रों में तीन छात्र चंदन, कुमार सानू, राहुल 2021 बैच के थर्ड ईयर के छात्र हैं, जबकि चौथा छात्र करण जैन सेकंड ईयर का छात्र है. सीबीआई ने इनके मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिए हैं. साथ ही एम्स पटना के जिस हॉस्टल में यह चारों रहते थे, उसके कमरे भी सील कर दिए गए हैं. सीबीआई चारों छात्रों के मोबाइल और कॉल डिटेल्स भी खंगाल रही है और बीते 3 महीने में इन्होंने कहां-कहां बात की है और पेपर लीक में गिरफ्तार लोगों से पहले बात हुई है या नहीं इसका पता लग रही है.
बैंक डिटेल को भी खंगाला जा रहा : कहा जा रहा है कि, सीबीआई चारों छात्रों से सवालों की बौछार कर रही है और कुछ प्रमुख सवाल हैं जिसे बार-बार सीबीआई आगे पीछे करके पूछ रही होगी. सीबीआई को शक है कि परीक्षा माफियाओं के गिरोह ने पेपर इनसे हल करावाया है. सीबीआई पिछले 3 महीने की इनके बैंक डिटेल को भी खंगाल रही है. आइये उन सवालों के बारे में आपको बताते हैं जो इनसे पूछे जा रहे होंगे.
सुरेंद्र शर्मा से भी राज निकाले जा रहे : इधर ऑज रॉकी को फिर से अदालत में पेश कर तीन दिनों की रिमांड पर लिया गया है. इससे पहले वह 10 दिनों की रिमांड पर था. रॉकी की गिरफ्तारी ने पंकज और राजू के गिरफ्तारी क्लू दिया. पंकज की गिरफ्तारी में पता चला कि पंकज ही वह शख्स था जिसने क्वेश्चन पेपर को स्टील के ट्रंक से चुराया था और इसमें राजू ने उसकी मदद की थी. सुरेंद्र शर्मा जिसे सीबीआई ने हाल ही में पकड़ा है, वह पंकज का मददगार है. जानकारी मिल रही है कि सुरेंद्र ने रिम्स की छात्रा सुरभि को सॉल्व करने के लिए प्रश्न पत्र भेजा था.
इन पहलु को सुलझाने में जुटी है CBI : सीबीआई यह जानकारी जुटा रही है कि मेडिकल छात्रों से संपर्क सबसे पहले किसने किया और किसने उन्हें लीक हुआ प्रश्न उपलब्ध कराया? सीबीआई यह भी पता लग रही है कि चारों छात्रों ने अकेले क्वेश्चन सॉल्व किया या अन्य छात्रों की मदद ली थी? क्वेश्चन सॉल्व होने के बाद किस भेजा गया था और कब भेजा गया था इसकी भी जानकारी इकट्ठा की जा रही है. इसके अलावा रॉकी ने सॉल्वड क्वेश्चन पेपर को कितने जगह पर भेजा और कितने लोग लाभान्वित हुए इसका भी पता लगाया जा रहा है.
अब तक की पूरी थ्योरी : इस पूरे प्रकरण में अभी तक यह बात निकलकर सामने आई है कि संजीव मुखिया मुख्य मास्टरमाइंड है, जो फरार है. रॉकी जो इस पूरे डील को मैनेज कर रहा था, इसमें उसकी भूमिका डिस्ट्रीब्यूटर की नजर आ रही है. सुरेंद्र के माध्यम से सॉल्वड क्वेश्चन पेपर पीडीएफ में प्रश्न उत्तर के साथ रॉकी के पास पहुंचा था. रॉकी ने इसे चिंटू के माध्यम से पटना के लर्न प्ले सेंटर पर भिजवाया था.
ये भी पढ़ें -