लखनऊ : नेशनल टेस्टिंग एजेंसी नीट 2024 ने मंगलवार को नीट परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है. इस साल 13.16 लाख बच्चों ने नीट परीक्षा पास की है. एनटीए ने नीट यूजी रिजल्ट 2024 की सूचना सोशल मीडिया X पर दी है. इस साल करीब 24 लाख बच्चों ने नीट यूजी यानी मेडिकल की प्रवेश परीक्षा दी है.
नीट परीक्षा देने वाले स्टूडेंट आधिकारिक वेबसाइट exams.nta.ac.in/NEET के माध्यम से अपने नीट रिजल्ट की जांच कर सकते हैं. नीट यूजी रिजल्ट की जांच के लिए उम्मीदवारों को एप्लिकेशन नंबर और पासवर्ड का इस्तेमाल करना होगा. नीट यूजी परीक्षा में उत्तीर्ण होने के लिए छात्रों को 50 प्रतिशत अंकों की जरूरत होती है. एनटीए ने नीट रिजल्ट 2024 के साथ ही नीट यूजी कट ऑफ भी जारी किया है. इस साल सभी श्रेणियों के लिए नीट 2024 कट ऑफ बढ़ा दी गई है.
वर्ष 2024 की प्रतिष्ठित नीट मेडिकल प्रवेश परीक्षा में लखनऊ के छात्रों का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा और संस्थान ने इस परिक्षेत्र में सर्वश्रेष्ठ परिणाम प्राप्त किया. इस वर्ष एक प्रतिष्ठित संस्था से कुल 125 से अधिक विद्यार्थियों का नीट 2024 में चयन हुआ. इस वर्ष सरकारी मेडिकल काॅलेज के लिए कट ऑफ की लिस्ट की 660 अंक के ऊपर गई जोकि 42 नम्बर पिछले वर्ष के मुकाबले अधिक है. प्रतियोगियों में खुर्शीद आलम 1336, अब्दुल मुकिम 2416, अनुराग पटेल 3879, आइसी शुक्ला 10893, अहमद खान इकराम 12767 और अनस आलम 12852 आदि प्राप्त किए.
आयुष नौगरैया ने हासिल की पहली रैंक : मेडिकल संस्थानों में दाखिले के लिए हुई नीट (ऑल इंडिया नेशनल एलिजब्लिटी) का परिणाम बीते मंगलवार शाम घोषित कर दिया गया. हालांकि यह परिणाम पहले 14 जून को घोषित करने की बात कही गई थी. लखनऊ में आयुष नौगरैया ने 720 में से 720 अंक लाकर ऑल इंडिया पहली रैंक हासिल कर राजधानी का मान बढ़ाया है. आयुष मूलरूप से झांसी के रहने हैं. उन्होंने यहां छात्रावास में रहकर इंटर के साथ नीट की तैयारी की है. वहीं, राजधानी के महानगर निवासी आर्यन यादव ने भी पहली रैंक हासिल की है. उन्हें भी 720 अंक मिले हैं. झांसी के तनिष गुप्ता ने 705 अंक लाकर ऑल इंडिया 279 रैंक हासिल की है. इसके अलावा लखनऊ समेत प्रदेश के अन्य छात्रों ने नीट में परचम लहराया है. यह परीक्षा राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (एनटीए) ने कराई थी. पांच मई को लखनऊ में 53 परीक्षा केंद्रों पर 34300 अभ्यर्थी शामिल हुए थे. नीट के माध्यम से एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमएस, बीएचएमयू और बीयूएमएस पाठ्यक्रमों में दाखिले लिए जाएंगे. शुरुआत में काफी देर तक वेबसाइट जाम हो गई. करीब आधे बाद वेबसाइट खुलना शुरू हुई. अच्छी रैंक देख अभ्यर्थी झूम उठे.
आयुष का सपना कार्डियक सर्जन बनना : आयुष दिल्ली एम्स में दाखिला कर एमबीबीएस करेंगे. उसके बाद एमएस और एमसीएच करने के बाद कार्डियक सर्जन बनकर दिल के मरीजों का उपचार करेंगे. आयुष ने बताया कि प्रदेश में कार्डियक सर्जन की कमी है. दिल के मरीजों की लगातार संख्या बढ़ रही है. उपचार नहीं मिलने से बहुत से लोग जान गवां रहे हैं. सरकारी चिकित्सा संस्थान में सेवाएं देकर मरीजों का इलाज करुंगा. इस सफलता का श्रेय माता-पिता और शिक्षकों का है.
आयुष ने बताया कि अच्छी रैंक के लिए कोचिंग के अलावा घर में भी नियमित चार से पांच घंटे पढ़ाई की. सोशल मीडिया से दूरी बनाई. आयुष के पिता संजय नौगरैया की झांसी में कपड़े की दुकान है. मां सुषमा मध्य प्रदेश के शिवपुरी में शिक्षिका हैं. बड़ा भाई ईश नौगरैया आईआईटी कानपुर में पढ़ाई कर रहा है. आयुष ने लखनऊ के एक निजी स्कूल से इसी साल 12वीं की परीक्षा 96 फीसदी अंक लाकर पास की है. जबकि, 10 वीं झांसी के स्कूल से 94 प्रतिशत अंक के साथ पास किया था.
न्यूरो सर्जन बनने की इच्छा : राजधानी के महानगर निवासी आर्यन यादव ने इंटर के बाद पहले प्रयास में नीट में ऑल इंडिया पहली रैंक हासिल की है. आर्यन ने बताया कि वो एमबीबीएस करने के बाद पीजी में न्यूरो सर्जरी ब्रांच और फिर न्यूरो सर्जरी में एमसीएच करेंगे. सर्जन बनने के बाद देश में रहकर सरकारी चिकित्सा संस्थान में नौकरी कर मरीजों का इलाज करेंगे. उन्होंने बताया कि शुरू से डॉक्टर बनने का सपना था. 11वीं में दाखिला लेने के साथ ही नीट की तैयारी शुरू कर दी थी. इसका श्रेय माता-पिता और शिक्षकों को दूंगा. आर्यन ने बीते साल इंटर में 95 फीसदी और हाईस्कूल में 99 प्रतिशत अंक हासिल किया था. परिवार में पिता उमेश चन्द यादव सचिवालय में समीक्षा अधिकारी, मां सुमन यादव गृहिणी और बड़ा भाई उत्कर्ष यादव नीट की तैयारी कर रहा है.
रेडियोलॉजिस्ट बनने का सपना : सिद्धार्थनगर के खुर्शीद आलम ने नीट में 705 अंक लाकर ऑल इंडिया में 1336वीं रैंक हासिल की है. खुर्शीद ने इंटर यूपी बोर्ड से 84.4 फीसदी अंक के साथ वर्ष 2023 में पास किया था. उन्होंने लखनऊ में रहकर तैयारी की. उन्होंने कहा कि एमबीबीएस करके रेडियोलॉजिस्ट बनकर मरीजों की कम कीमत पर जांच करूंगा. पिता मो. नूर आलम व्यवसायी और मां अंजुम आरा गृहिणी हैं. बहन बिहार से एमबीबीएस की पढ़ाई कर रही है.
खुद की पढ़ाई से सफलता मिली : सिद्धार्थ नगर के रहने वाले अब्दुल मुकीम की ऑल इंडिया रैंक 2416 है. अब्दुल का पसंदीदा कॉलेज केजीएमयू है. उनका कहना है कि पिता शब्बीर अहमद किसान और मां नजबुल निशा गृहिणी हैं. वह न्यूरोलॉजिस्ट बनकर लोगों की सेवा करना चाहते हैं. नीट की तैयारी कर रहे छात्रों को टिप्स देते हुए अब्दुल ने बताया कि जितनी देर मन लगे पढ़ाई उतनी देर ही करनी चाहिए. सोशल मीडिया पर समय न गवाएं. पढ़ाई से संबंधित जानकारी के लिए ही मोबाइल का इस्तेमाल करें.
डॉक्टर बनकर बचपन का सपना पूरा करना है : मदीहा रहमान ने सिर्फ एक साल की तैयारी के साथ नीट परीक्षा में 684 अंक हासिल किए हैं. मदीहा के पिता मो.कासिम खान इंजीनियर हैं. मदीहा ने बताया कि उसने इंटरमीडिएट में 98.75 अंक हासिल किए थे. बचपन से डॉक्टर बनने का सपना था. कड़ी मेहनत और समय की पाबंदी से कमियाबी मिली. मदीहा अपने पिता को अपना आइडियल बताती हैं.
यह भी पढ़ें : नीट-पीजी 2024 परीक्षा अब सात जुलाई को होगी