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मुक्ति धाम की कठिन डगर, बारिश के मौसम में मोक्ष के लिए बहता नाला पार करते हैं जावद के रहवासी - Neemuch cremation road Problem

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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Aug 26, 2024, 7:43 AM IST

Updated : Aug 26, 2024, 7:58 AM IST

इस दुनिया का सबसे बड़ा सत्य मौत है. लोगों का मानना है कि अंतिम संस्कार के बाद आत्मा एक सुकून भरी यात्रा पर निकल जाती है, लेकिन नीमच के जावद में ऐसी स्थिति है, जहां बारिश के मौसम में किसी की मौत के बाद लोगों को एक नाले के पानी से गुजरते हुए अंतिम यात्रा निकालनी पड़ती है.

NEEMUCH CREMATION ROAD PROBLEM
नीमच में नाले से निकाली जाती है जीवन की अंतिम यात्रा (ETV Bharat)

नीमच: मध्य प्रदेश के अंतिम छोर पर बसे नीमच से एक हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां पानी से भरे रास्ते के बीच से एक शव यात्रा को निकाला गया. दरअसल जिले के जावद नगर में एक बुजुर्ग महिला की मृत्यु हो जाने के बाद अंतिम यात्रा को श्मशान घाट ले जाया जा रहा था. इस दौरान रास्ते में आने वाली नाले से पानी का तेज बहाव था, जिसके बाद इस अंतिम यात्रा को कड़ी मशक्कत के साथ श्मशान घाट तक ले जाया गया. पानी से शव यात्रा निकालने का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

नीमच में नाले से निकाली जाती है जीवन की अंतिम यात्रा (ETV Bharat)

लोगों को हुई भारी परेशानी
जावद नगर में श्मशान घाट जाने के दो रास्ते हैं, एक रास्ता पक्का बना हुआ है तो दूसरे रास्ते से श्मशान घाट जाने वाले रास्ते पर एक नाला है, जो बारिश शुरू होते ही रास्ते को डुबो देता है. कई वर्षों से जावद नगर के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उनकी समस्या का समाधान एक पुल बनने से हो सकता है. जावद के कंठाल चौराहा निवासी वृद्ध महिला जमनाबाई सोनी का निधन हो गया था, जिनकी यहां से शव यात्रा निकालने के बाद अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान बारिश के कारण रास्ते में पानी ज्यादा होने से घुटनों तक पानी में शव यात्रा ले जाना मजबूरी थी. यहां लगभग 500 परिवार निवास करते हैं, ये सभी लोग श्मशान घाट के लिए इसी मार्ग से निकलते हैं.

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नहीं हो रहा समस्या का समाधान
जावद निवासी कोमल सोनी ने बताया कि ''श्मशान घाट जाने के लिए यही एक रास्ता है. जिसमें बारिश के समय नाले का पानी सड़क पर आ जाता है और यदि इस नाले को पार करना हो तो गहरे पानी से होकर निकलना पड़ता है. सामान्य व्यक्ति को निकलने में भी परेशानी होती है. ऐसे में शव यात्रा लेकर जाना और भी कठिन हो जाता है. इस समस्या का समाधान नहीं हो रहा. यदि यहां एक पुल बन जाए तो पूरी समस्या का समाधान हो जाएगा.''

नगर परिषद अध्यक्ष ने दिया आश्वासन
जावद निवासी विक्रम सोनी ने बताया कि ''जब से होश संभाला है, तब से यही स्थिति देखी है. हर साल बारिश के दिनों में यदि किसी का निधन हो जाता है तो उसे इसी तरह गहरे पानी से नाला पार करके निकलना पड़ता है.'' नगर परिषद अध्यक्ष सोहनलाल माली ने कहा कि ''नगर परिषद की साधारण सभा में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा, ताकि श्मशान घाट तक जाने के लिए रास्ता व पुलिया बन सके. शासन से स्वीकृत होते ही, शीघ्र ही इस समस्या का निराकरण करेंगे.''

नीमच: मध्य प्रदेश के अंतिम छोर पर बसे नीमच से एक हैरान करने वाली तस्वीर सामने आई है, जहां पानी से भरे रास्ते के बीच से एक शव यात्रा को निकाला गया. दरअसल जिले के जावद नगर में एक बुजुर्ग महिला की मृत्यु हो जाने के बाद अंतिम यात्रा को श्मशान घाट ले जाया जा रहा था. इस दौरान रास्ते में आने वाली नाले से पानी का तेज बहाव था, जिसके बाद इस अंतिम यात्रा को कड़ी मशक्कत के साथ श्मशान घाट तक ले जाया गया. पानी से शव यात्रा निकालने का यह वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.

नीमच में नाले से निकाली जाती है जीवन की अंतिम यात्रा (ETV Bharat)

लोगों को हुई भारी परेशानी
जावद नगर में श्मशान घाट जाने के दो रास्ते हैं, एक रास्ता पक्का बना हुआ है तो दूसरे रास्ते से श्मशान घाट जाने वाले रास्ते पर एक नाला है, जो बारिश शुरू होते ही रास्ते को डुबो देता है. कई वर्षों से जावद नगर के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं, लेकिन अभी तक इस समस्या का समाधान नहीं हो पाया है. स्थानीय लोगों का कहना है कि उनकी समस्या का समाधान एक पुल बनने से हो सकता है. जावद के कंठाल चौराहा निवासी वृद्ध महिला जमनाबाई सोनी का निधन हो गया था, जिनकी यहां से शव यात्रा निकालने के बाद अंतिम संस्कार किया गया. इस दौरान बारिश के कारण रास्ते में पानी ज्यादा होने से घुटनों तक पानी में शव यात्रा ले जाना मजबूरी थी. यहां लगभग 500 परिवार निवास करते हैं, ये सभी लोग श्मशान घाट के लिए इसी मार्ग से निकलते हैं.

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नहीं हो रहा समस्या का समाधान
जावद निवासी कोमल सोनी ने बताया कि ''श्मशान घाट जाने के लिए यही एक रास्ता है. जिसमें बारिश के समय नाले का पानी सड़क पर आ जाता है और यदि इस नाले को पार करना हो तो गहरे पानी से होकर निकलना पड़ता है. सामान्य व्यक्ति को निकलने में भी परेशानी होती है. ऐसे में शव यात्रा लेकर जाना और भी कठिन हो जाता है. इस समस्या का समाधान नहीं हो रहा. यदि यहां एक पुल बन जाए तो पूरी समस्या का समाधान हो जाएगा.''

नगर परिषद अध्यक्ष ने दिया आश्वासन
जावद निवासी विक्रम सोनी ने बताया कि ''जब से होश संभाला है, तब से यही स्थिति देखी है. हर साल बारिश के दिनों में यदि किसी का निधन हो जाता है तो उसे इसी तरह गहरे पानी से नाला पार करके निकलना पड़ता है.'' नगर परिषद अध्यक्ष सोहनलाल माली ने कहा कि ''नगर परिषद की साधारण सभा में इसका प्रस्ताव रखा जाएगा, ताकि श्मशान घाट तक जाने के लिए रास्ता व पुलिया बन सके. शासन से स्वीकृत होते ही, शीघ्र ही इस समस्या का निराकरण करेंगे.''

Last Updated : Aug 26, 2024, 7:58 AM IST
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