चाईबासा: सिंहभूम लोकसभा सीट से जोबा मांझी चुनाव लड़े या मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. इन सब पर मोदी सरकार की 10 साल की गारंटी भारी पड़ेगी. यह कहना है सिंहभूम लोकसभा सीट भाजपा प्रत्याशी गीता कोड़ा का. सोमवार को चाईबासा समाहरणालय में पर्चा दाखिल करने के बाद एनडीए प्रत्याशी गीता कोड़ा ने मीडिया से बात की.
लोकसभा चुनाव 2024 में सिंहभूम से एनडीए उम्मीदवार गीता कोड़ा ने चाईबासा स्थित गांधी मैदान से रोड शो करते हुए समाहरणालय पहुंचीं. इसके बाद कलेक्ट्रेट के अंदर जाकर अपना नामांकन दाखिल किया. जहां जिला निर्वाचन अधिकारी सह उपायुक्त कुलदीप चौधरी के समक्ष गीता कोड़ा ने दो सेट में अपना पर्चा भरा है. गीता कोड़ा के नामांकन दाखिल करने के दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, पार्टी नेता जेबी तुविद, गीता बलमुचू, भाजपा जिलाध्यक्ष संजू पांडे भी मौजूद रहे.
चाईबासा समारणालय में निर्वाचन पदाधिकारी कुलदीप चौधरी के समक्ष पर्चा दाखिल करने के बाद करने के बाद गीता कोड़ा ने पत्रकारों से बातचीत के क्रम में कहा कि चुनावा का एलान-ए-जंग अब शुरू हुआ है. अब पूरी तरह खुलकर चुनावी मैदान में डटकर मुकाबला करने को वो तैयार हैं. पत्रकारों द्वारा पूछे गये एक सवाल के जवाब में गीता कोड़ा ने कहा कि सिंहभूम सीट से जोबा माझी चुनाव लड़े या मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन, इन सब पर मोदी सरकार के 10 साल की गारंटी भारी रहेगी.
कांग्रेस से जुड़े वोटर्स के बिखराव होने पर भी एनडीए प्रत्याशी गीता कोड़ा ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भाजपा की नीति सिद्धांत से प्रभावित होकर लोग उन्हें इस बार भी संसद में भेजने का काम करेंगे. बता दें कि गांधी मैदान से कलेक्ट्रेट तक के इस रोड शो में गीता कोड़ा के पति मधु कोड़ा के साथ साथ भारी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता भी मौजूद रहे. गाजे बाजे के साथ समाहरणालय पहुंचकर गीता कोड़ा ना पर्चा भरा है.
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