नई दिल्ली: विवेक विहार बेबी केयर न्यू बॉर्न अग्निकांड मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने दिल्ली के मुख्य सचिव नरेश कुमार और पुलिस आयुक्त संजय अरोड़ा से उचित कार्रवाई करने को कहा है. एनसीपीसीआर ने कहा कि आयोग की एक टीम ने 26 मई को घटना स्थल का दौरा किया और उसने यहां प्रोटोकॉल की बड़ी लापरवाही देखी.
आयोग ने घटनास्थल के अपने दौरे के दौरान पाया कि बेबी केयर नर्सिंग होम में कोई इमर्जेंसी एग्जिट गेट नहीं था. और ना ही अग्निशामक यंत्र या आपातकालीन अलार्म काम कर रहे थे. ऐसा लगता है कि नर्सिंग होम के कर्मचारियों को ऐसी आपात स्थितियों से निपटने के लिए ट्रेनिंग नहीं दी गई है. पहली नजर में ऐसा लगता है कि यह घटना संबंधित अधिकारियों की लापरवाही के कारण हुई.
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एनसीपीसीआर की टीम ने बच्चों के परिवारों और एडमिट बच्चों के परिवारों से भी मुलाकात की. टीम को बताया गया कि आग लगने की घटना के समय अस्पताल के कर्मचारियों के बजाय इलाके के स्थानीय लोगों ने घटना की सूचना दी थी. ऐसा लगता है कि नर्सिंग होम के कर्मचारियों को इस क्षेत्र के काम की जानाकारी ही नहीं है. एनसीपीसीआर ने मुख्य सचिव से कहा कि मामले की एक कार्रवाई रिपोर्ट प्रमाणित दस्तावेजों के साथ एनसीपीसीआर को भेजें. रिपोर्ट को 5 दिनों के भीतर मेल और डाक से भेजें.
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