पलामू: झारखंड में सोना लूट कांड के तार जेल से बाहर आए नक्सलियों से जुड़ गए हैं. कुख्यात सोना लुटेरा मोनू सोनी प्रतिबंधित नक्सली संगठन झारखंड जनमुक्ति परिषद (जेजेएमपी) के जेल से बाहर आए नक्सलियों का इस्तेमाल कर रहा है. पलामू पुलिस की कार्रवाई में इसका खुलासा हुआ है.
पुलिस ने जेजेएमपी के पूर्व एरिया कमांडर ललन भुइयां उर्फ अर्जुन जी उर्फ अर्जुन सिंह और वीरेंद्र भुइयां को गिरफ्तार किया है. ललन भुइयां पलामू के सतबरवा के ढुलसुलमा का रहने वाला है जबकि वीरेंद्र भुइयां चैनपुर के चकरभोंगा का रहने वाला है. पुलिस ने दोनों के पास से एक पिस्तौल, पांच गोलियां और एक बाइक बरामद की है.
सोना लूट से पहले लूटी गई बाइक
पलामू एसपी रीष्मा रमेशन ने बताया कि ललन और वीरेंद्र पलामू में लूट की योजना बना रहे थे, इसी क्रम में पुलिस ने छापेमारी कर दोनों को गिरफ्तार कर लिया. ललन जेजेएमपी का पूर्व एरिया कमांडर रह चुका है और जेल से बाहर आने के बाद वह मोनू सोनी के साथ सोना लूट की घटनाओं में शामिल रहा है.
25 जुलाई को गढ़वा के डंडा थाना क्षेत्र में ललन भुइयां और वीरेंद्र ने एक स्वास्थ्यकर्मी को गोली मारकर उसकी बाइक लूट ली थी. बाइक का इस्तेमाल गुमला में सोना लूटने में किया जाना था, लेकिन रास्ते में बाइक खराब हो गई, इसलिए लूट के लिए दूसरी बाइक का इस्तेमाल किया गया.
जेजेएमपी का पूर्व एरिया कमांडर रहा है ललन भुईयां
ललन भुइयां प्रतिबंधित नक्सली संगठन जेजेएमपी का पूर्व एरिया कमांडर रह चुका है. ललन के खिलाफ पलामू के पांकी, लातेहार के चैनपुर, रामगढ़, गारू और गढ़वा के डंडा में प्राथमिकी दर्ज है. एसपी ने बताया कि जेल से बाहर आने के बाद मोनू सोनी ने ललन और वीरेंद्र से संपर्क कर सोना लूट की योजना बनाई थी. पुलिस छापेमारी में सदर एसडीपीओ मणिभूषण प्रसाद, चैनपुर थाना प्रभारी श्रीराम शर्मा समेत कई पुलिस अधिकारी शामिल थे.
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