नक्सल गतिविधियों के विरुद्ध #BiharPolice एवं CRPF की 205वीं कोबरा बटालियन की संयुक्त कार्रवाई में औरंगाबाद जिले के मदनपुर थानांतर्गत 12 प्रेशर IED(2-3 किलोग्राम ) को किया गया डिफ्यूज।
— Bihar Police (@bihar_police) August 20, 2024
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गयाः बिहार के गया-औरंगाबाद के सीमा वाले जंगल के इलाकों में नक्सलियों की बड़ी साजिश नाकाम कर दी गई है. गया और औरंगाबाद के सुरक्षा वालों द्वारा संयुक्त रूप से सर्च ऑपरेशन में यह सफलता मिली है. 12 प्रेशर आईईडी बम बरामद किए गए हैं. बताया जाता है कि नक्सलियों ने सुरक्षा बलों को क्षति पहुंचाने के लिए प्रेशर आईईडी प्लांट किया था.
सर्च ऑपरेशन में सफलताः इसकी जानकारी गया पुलिस के इमामगंज एसडीपीओ अमित कुमार ने दी. बताया कि गया-औरंगाबाद के सीमावर्ती लंगूराही, अकराहट, पचरुखिया के इलाके में सुरक्षा बलों का सर्च ऑपरेशन चला. इस सर्च ऑपरेशन में औरंगाबाद और गया के सुरक्षा बलों की टीम शामिल थी. इनपुट मिला था कि नक्सली इस सीमावर्ती इलाकों में साजिश को अंजाम देने की तैयारी में जुटे हैं. सूचना के आधार पर सर्च ऑपरेशन चला.
"गया और औरंगाबाद की सीमा पर स्थित जंगल में सर्च ऑपरेशन चला. इसमें बड़ी सफलता मिली है. सुरक्षा बलों ने 12 प्रेशर आईईडी बरामद किया, जिसे डिफ्यूज कर दिया गया है. सर्च ऑपरेशन में गया और औरंगाबाद के कोबरा 205, सीआरपीएफ, एसएसबी पुलिस बल की टीम शामिल थी." -अमित कुमार, एसडीपीओ, इमामगंज
आईईडी बम डिफ्यूज: सर्च ऑपरेशन में डुमरिया 205 के कोबरा जवानों के अलावे औरंगाबाद और गया की ओर से सीआरपीएफ, एसएसबी व जिला पुलिस की टीम शामिल थी. सभी प्रेशर आईईडी बम को डिफ्यूज कर दिया गया है. प्रेशर आईडी बम को डिफ्यूज के दौरान तेज धमाके हुए जिससे इलाके दहल गए. धमाके की आवाज काफी दूर तक सुनी गई.
गिरफ्तारी का बदला लेने की साजिशः गौरतलब हो कि इन दिनों गया-औरंगाबाद की सीमावर्ती इलाकों में नक्सलियों का मनोबल काफी गिरा हुआ है. बड़े नक्सली पुलिस की गिरफ्त में आ गए हैं. गिरफ्तार नक्सली के साथी पुलिस के खिलाफ साजिश रचते रहते हैं. ताकि उनसे बदला लिया जा सके. प्रेशर आईईडी नक्सलियों का सबसे घातक हथियार है. अब तक की बड़ी घटनाओं का अंजाम देने में नक्सली इसी बम इस्तेमाल करते हैं. इससे मौत भी हो सकती है.