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'लोकसभा चुनाव में नक्सल प्रभावित इलाकों में जमीन और हेलीकॉप्टर से होगी निगरानी'- DEO

गया में नक्सल प्रभावित इलाके में निगरानी के लिए चुनाव आयोग ने कमर कस ली है. चुनाव को भय मुक्त बनाने के लिए दो-दो हेलीपैड बनाए गए हैं. तीन लोक सभा क्षेत्र गया से जुड़े होने की वजह से यहां खास तैयारी की गई है. 19 अप्रैल को पहले चरण में ही यहां मतदान होने हैं.

गया में 30 लाख से अधिक मतदाता
गया में 30 लाख से अधिक मतदाता
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By ETV Bharat Bihar Team

Published : Mar 16, 2024, 10:55 PM IST

गया : लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. गया, औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में प्रथम चरण के तहत 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. चुनाव को भय मुक्त और निष्पक्ष संपन्न कराने को लेकर इस बार जमीन के साथ-साथ आसमान से भी निगरानी रखी जाएगी. गया जिले के 10 विधानसभा में से 6 विधानसभा गया लोकसभा अंतर्गत आते हैं. वहीं, तीन विधानसभा औरंगाबाद और एक विधानसभा क्षेत्र जहानाबाद के तहत आता है. ऐसे में तीन लोकसभा क्षेत्र के चुनाव गया जिले से जुड़े हैं. इसे लेकर गया जिला प्रशासन द्वारा पुख्ता तैयारी शुरू कर दी गई है.

जमीन से हवा तक होगी निगरानी : इस बार गया में हेलीकॉप्टर का प्रयोग चुनाव में किया जाएगा. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में दो हेलीपैड बनाए गए हैं, जिसकी मदद से भयमुक्त और निष्पक्ष वोटिंग कराई जाएगी. गया जिले में 10 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें से 6 विधानसभा क्षेत्र गया लोकसभा तीन विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद लोकसभा और एक विधानसभा क्षेत्र जहानाबाद लोकसभा अंतर्गत आते हैं. गया, औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को प्रथम चरण के तहत मतदान होना है. वहीं, जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में अंतिम चरण में वोटिंग होगी. गया में मतदान को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है.

छकरबंधा और लुटुआ में हैलीपैड : गया के नक्सल प्रभावित छकरबंधा और लुटुआ में हेलीपैड बनाया गया है. इस बार के चुनाव में नक्सली इलाकों में आसमान से निगरानी की जाएगी. हेलीकॉप्टर से चुनाव की निगरानी होगी और इसकी मदद से शांतिपूर्ण भयमुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराया जाएगा. हेलीकॉप्टर का उपयोग किसी भी प्रकार की नक्सली गतिविधि और चुनाव को प्रभावित करने वालों के खिलाफ किया जाएगा. आपात सेवा में भी यह उपयोगी साबित होगा. वहीं, इस बार एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था रखी जाएगी. इस तरह जमीन और आसमान दोनों तरह से व्यवस्था को ठोस रखकर लोकसभा चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की तैयारी है.

गया में 30 लाख से अधिक मतदाता : इस संबंध में गया के जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने लोकसभा चुनाव को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि गया जिले में 30 लाख से अधिक मतदाता हैं. गया लोकसभा अंतर्गत गया जिले के 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें मतदाताओं की संख्या 18 लाख 13 हजार 183 है. यह संख्या आने वाले दिनों में कुछ और बढ़ सकती है. वहीं औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में गया जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें वोटरों की संख्या 9 लाख के करीब है.

हर तरह से गया प्रशासन तैयार : इसी प्रकार जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में गया जिले का एक विधानसभा क्षेत्र आता है, जिसमें वोटरों की संख्या 3 लाख के करीब है. जिला पदाधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण के तहत 19 अप्रैल को गया, औरंगाबाद, लोकसभा चुनाव की वोटिंग होनी है. जिला पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव को बलपूर्वक मनी पावर और गलत सूचना देकर प्रभावित करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी. निर्वाचन आयोग के द्वारा इस तरह का निर्देश आया है. चुनाव को प्रभावित करने वाले आदतन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. जिला पदाधिकारी ने बताया कि गया जिले में 3254 बूथ हैं, जिसमें 730 बूथ नक्सली इलाके में है. चुनाव को पूरी तरह से भयमुक्त और निष्पक्ष वातावरण में संपन्न कराने की तैयारी है.

''एसडीपीओ से लेकर थाना लेवल तक अंतर्राज्यीय मीटिंग लोकसभा चुनाव को लेकर की गई है. ऐसे में उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश पहले ही दिया जा चुका है. नक्सली इलाकों में सीआरपीएफ की कंपनी लगाई गई है. सीआरपीएफ की कंपनी के द्वारा एरिया डोमिनेशन का अभियान चलाया जा रहा है. हर हाल में चुनाव को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और निष्पक्ष वातावरण में संपन्न कराया जाएगा.''- प्रेरणा कुमार, सिटी एसपी, गया

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गया : लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. गया, औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में प्रथम चरण के तहत 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. चुनाव को भय मुक्त और निष्पक्ष संपन्न कराने को लेकर इस बार जमीन के साथ-साथ आसमान से भी निगरानी रखी जाएगी. गया जिले के 10 विधानसभा में से 6 विधानसभा गया लोकसभा अंतर्गत आते हैं. वहीं, तीन विधानसभा औरंगाबाद और एक विधानसभा क्षेत्र जहानाबाद के तहत आता है. ऐसे में तीन लोकसभा क्षेत्र के चुनाव गया जिले से जुड़े हैं. इसे लेकर गया जिला प्रशासन द्वारा पुख्ता तैयारी शुरू कर दी गई है.

जमीन से हवा तक होगी निगरानी : इस बार गया में हेलीकॉप्टर का प्रयोग चुनाव में किया जाएगा. नक्सल प्रभावित क्षेत्र में दो हेलीपैड बनाए गए हैं, जिसकी मदद से भयमुक्त और निष्पक्ष वोटिंग कराई जाएगी. गया जिले में 10 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें से 6 विधानसभा क्षेत्र गया लोकसभा तीन विधानसभा क्षेत्र औरंगाबाद लोकसभा और एक विधानसभा क्षेत्र जहानाबाद लोकसभा अंतर्गत आते हैं. गया, औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में 19 अप्रैल को प्रथम चरण के तहत मतदान होना है. वहीं, जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में अंतिम चरण में वोटिंग होगी. गया में मतदान को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न करने के लिए जिला प्रशासन ने कमर कस ली है.

छकरबंधा और लुटुआ में हैलीपैड : गया के नक्सल प्रभावित छकरबंधा और लुटुआ में हेलीपैड बनाया गया है. इस बार के चुनाव में नक्सली इलाकों में आसमान से निगरानी की जाएगी. हेलीकॉप्टर से चुनाव की निगरानी होगी और इसकी मदद से शांतिपूर्ण भयमुक्त और निष्पक्ष चुनाव कराया जाएगा. हेलीकॉप्टर का उपयोग किसी भी प्रकार की नक्सली गतिविधि और चुनाव को प्रभावित करने वालों के खिलाफ किया जाएगा. आपात सेवा में भी यह उपयोगी साबित होगा. वहीं, इस बार एयर एंबुलेंस की भी व्यवस्था रखी जाएगी. इस तरह जमीन और आसमान दोनों तरह से व्यवस्था को ठोस रखकर लोकसभा चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने की तैयारी है.

गया में 30 लाख से अधिक मतदाता : इस संबंध में गया के जिला पदाधिकारी डॉक्टर त्यागराजन एसएम ने लोकसभा चुनाव को लेकर प्रेस कांफ्रेंस कर बताया कि गया जिले में 30 लाख से अधिक मतदाता हैं. गया लोकसभा अंतर्गत गया जिले के 6 विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें मतदाताओं की संख्या 18 लाख 13 हजार 183 है. यह संख्या आने वाले दिनों में कुछ और बढ़ सकती है. वहीं औरंगाबाद लोकसभा क्षेत्र में गया जिले के तीन विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिसमें वोटरों की संख्या 9 लाख के करीब है.

हर तरह से गया प्रशासन तैयार : इसी प्रकार जहानाबाद लोकसभा क्षेत्र में गया जिले का एक विधानसभा क्षेत्र आता है, जिसमें वोटरों की संख्या 3 लाख के करीब है. जिला पदाधिकारी ने बताया कि प्रथम चरण के तहत 19 अप्रैल को गया, औरंगाबाद, लोकसभा चुनाव की वोटिंग होनी है. जिला पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव को बलपूर्वक मनी पावर और गलत सूचना देकर प्रभावित करने वालों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई की जाएगी. निर्वाचन आयोग के द्वारा इस तरह का निर्देश आया है. चुनाव को प्रभावित करने वाले आदतन अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है. जिला पदाधिकारी ने बताया कि गया जिले में 3254 बूथ हैं, जिसमें 730 बूथ नक्सली इलाके में है. चुनाव को पूरी तरह से भयमुक्त और निष्पक्ष वातावरण में संपन्न कराने की तैयारी है.

''एसडीपीओ से लेकर थाना लेवल तक अंतर्राज्यीय मीटिंग लोकसभा चुनाव को लेकर की गई है. ऐसे में उन्हें आवश्यक दिशा निर्देश पहले ही दिया जा चुका है. नक्सली इलाकों में सीआरपीएफ की कंपनी लगाई गई है. सीआरपीएफ की कंपनी के द्वारा एरिया डोमिनेशन का अभियान चलाया जा रहा है. हर हाल में चुनाव को पूरी तरह से शांतिपूर्ण और निष्पक्ष वातावरण में संपन्न कराया जाएगा.''- प्रेरणा कुमार, सिटी एसपी, गया

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