नवादा: बिहार की नवादा पुलिस ने ताबड़तोड़ छापेमारी कर शराब माफियाओं के बीच दहशत का माहौल उतपन्न कर दिया है. पुलिस ने नक्सल प्रभावित इलाकों में जाकर जंगलों एवं पहाड़ों के बीच चल रहे अवैध शराब भट्ठियों को ध्वस्त कर दिया है. वहीं, सैकड़ों लीटर देशी शराब एवं हजारों लीटर महुआ को भी नष्ट किया है.
लगातार छापेमारी कर रही पुलिस: मिली जानकारी के अनुसार, नवादा पुलिस अवैध शराब सेवन, निर्माण, बिक्री और भंडारण को लेकर लगातार छापेमारी और गिरफ्तारी कर रही है. आगामी लोकसभा चुनाव एवं होली पर्व को लेकर बड़े पैमाने पर भंडारण और शराब निर्माण किया जा रहा था. इस बात की सूचना मिलते ही नवादा एसपी अंबरीश राहुल के निर्देश पर जिले के रजौली थाना एवं रोह थाने की पुलिस ने यह कार्रवाई की.
4 हजार जावा महुआ नष्ट: बता दें कि रोह में थाना प्रभारी बसंत कुमार ने दलबल के साथ ताबड़तोड़ छापेमारी की गई है. जहां अवैध रूप से चलने वाले भट्टी को ध्वस्त किया गया है. पुलिस ने भूपेश नगर पहाड़ी और जंगल में छापेमारी की है. रोह थाना प्रभारी बसंत कुमार ने बताया कि छापेमारी कर 4 हजार जावा महुआ को नष्ट किया गया है.
8 हजार किलो महुआ नष्ट: वहीं, रजौली पुलिस द्वारा थाना क्षेत्र के फरका बुजुर्ग पंचायत के जंगलों में छापेमारी अभियान चलाया गया. प्रभारी थानाध्यक्ष अजय कुमार ने पुलिस बलों के साथ पेलमो, सतपुरवा, करमपुर, सतकटीवा, मनभगवा के जंगल में अवैध शराब को लेकर छापेमारी की. जहां शराब निर्माण करने वाली दर्जनों अवैध शराब भट्ठियों को ध्वस्त किया. साथ ही 8 हजार किलो तैयार जावा महुआ को भी नष्ट कर दिया.
झारखंड के जंगलों में भाग जाते: बता दें कि उक्त जंगल झारखंड राज्य के पारहो पंचायत और बिहार के सवैयाटांड़ पंचायत के चटकरी गांव से सटे होने के कारण शराब माफिया झारखंड के जंगलों का फायदा उठाकर फरार हो जाते हैं. ऐसे में हर बार पुलिस अवैध शराब भट्ठियों पर छापेमारी कर उन्हें ध्वस्त कर देती है और वापस लौट जाती है. लेकिन फरार शराब माफिया वापस आकर तुरंत नया शराब भट्टी बना लेते हैं. जानकार सूत्रों का कहना है कि पुलिस अगर नियमित रूप से कार्रवाई करे तो शराब माफियाओं को गिरफ्तार किया जा सकता है.