कुचामन. न कोई जीता न कोई हारा, फिर भी हर चेहरे पर खुशी नजर आ रही थी. मौका था कुचामन में शनिवार को आयोजित वर्ष 2024 की पहली राष्ट्रीय लोक अदालत का, जहां समझाइश के साथ 162 प्रकरणों का राजीनामे के साथ निस्तारण किया गया.
लोक अदालत ने पीड़ितों को बड़ी राहत दी. कइयों की जिंदगी बदल दी तो कई की स्याह जिंदगी में खुशियों और शांति के रंग भर दिए. सालों से कोर्ट में चल रहे मामले कुछ पलों में निपट गए.लोक अदालत में आते वक्त चेहरे पर तनाव व हताशा के भाव थे तो लौटते वक्त यही चेहरे खुशी से सरोबार नजर आए. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर के निर्देशन एवं तालुका विधिक सेवा समिति के अध्यक्ष सुंदर लाल खरोल के आदेशानुसार ऑनलाइन और ऑफ लाइन राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया था.
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समिति अध्यक्ष और अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश खरोल ने बताया कि लोक अदालत में प्रि लिटिगेशन, पोस्ट लिटिगेशन एवं राजस्व के प्रकरणों को चिह्नित कर समझाइश के प्रयास किए गए. इस मौके पर विद्युत निगम, दूरसंचार विभाग, बैंक और बीमा कंपनियों से जुड़े मामलों का निस्तारण किया गया. करोड़ों के अवार्ड्स भी पारित किए गए. लोक अदालत में विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता जी आर मीणा ने भी कई मामलों के राजीनामे होने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. इस दौरान सरकार को लगभग एक करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ. लोक अदालत के दौरान न्यायाधीश खरोल के अलावा सदस्य एडवोकेट मनीष शर्मा, बार एसोसिएशन कुचामन के अध्यक्ष महेंद्र कुमार पारीक अध्यक्ष व एडवोकेट दौलत खान भी मौजूद रहे.