देहरादूनः राष्ट्रीय मजदूर कांग्रेस इंटक ने बुधवार को संबंधित यूनियनों के साथ मिलकर कर्मचारियों, महिलाओं, श्रमिकों और बेरोजगारों की मुख्य मांगों को लेकर देहरादून में सचिवालय कूच करते हुए जनाक्रोश रैली निकाली. लेकिन पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को सचिवालय से पहले ही सुभाष रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया. इससे नाराज प्रदर्शनकारी बैरिकेडिंग पर चढ़ गए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की.
देहरादून में इंटक के प्रदेश अध्यक्ष हीरा सिंह बिष्ट के नेतृत्व में प्रदर्शन किया गया. इस दौरान हीरा सिंह बिष्ट ने सरकार से गोल्डन फॉरेस्ट की नीलामी का संज्ञान लिए जाने की मांग उठाई. उन्होंने कहा कि मजदूर वर्ग पर लगातार अत्याचार होते जा रहे हैं. गरीबों और वंचितों का शोषण होता जा रहा है. इसके अलावा पुरानी पेंशन बहाली के मुद्दे पर भी सरकार ने मौन साध रखा है.
महिला अपराध पर बिष्ट ने कहा कि राज्य में महिलाओं पर बढ़ते अपराधों से असुरक्षा की भावना उत्पन्न हो रही है. अंकिता भंडारी, आईएसबीटी बस गैंगरेप प्रकरण और उधमसिंह नगर में महिलाओं के साथ हुई उत्पीड़न की घटनाओं पर सरकार ने कोई उचित कदम नहीं उठाया, जो शर्मनाक और चिंताजनक है.
हीरा सिंह बिष्ट ने राज्य की कार्यरत आंगनबाड़ी सेविकाओं, आशाओं और भोजन माताओं को राज्य कर्मचारी घोषित करने की मांग उठाई. इसके साथ ही 10 वर्षों से अधिक समय से संविदा कर्मी के रूप में किसी भी संस्थान में काम कर चुके कर्मचारियों को स्थायी नियुक्ति प्रदान करने की मांग की है.
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