नर्मदापुरम: आंध्र प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति बालाजी के लड्डुओं में जानवरों की चर्बी मिलने की रिपोर्ट आने बाद देश भर में हंगामा मचा हुआ है. इसी बीच सोमवार को नर्मदापुरम के द्वारकाधीश मंदिर से विरोध प्रदर्शन रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में महिला-पुरुष और साधु संत के अलावा विधायक भी शामिल हुए. यह प्रदर्शन रैली शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए जयस्तंभ चौक पहुंची. यहां पर एक सभा का आयोजन किया गया.
विधायक सीतासरन शर्मा रहे मौजूद
यह विरोध प्रदर्शन रैली अखिल भारतीय श्री स्वामी सीतारामाचार्य भागवत गोष्ठी के राष्ट्रीय अध्यक्ष युवराज स्वामी रामकृष्णाचार्य के नेतृत्व में निकाली गई. सभा को विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने संबोधित करते हुए कहा, '' मंदिर के लड्डू में चर्बी मिलाई जा रही है. पहले मुगलों ने हमारे मंदिरों को तोड़ा था. अब तो यह हमारी आस्था नष्ट करने में लगे हुए हैं, जो ज्यादा खतरनाक है. मंदिर तो हमने बना लिया. इसमें भी कुछ को बहुत तकलीफ है. राम मंदिर कैसे बन गया लेकिन आस्था नष्ट हो जाती है तो मुश्किल से आती है. अब सावधान रहने की जरूरत है.''
सनातन धर्म के खिलाफ एक षड्यंत्र
इस अवसर पर रामकृष्णाचार्य ने इस घटना को सनातन धर्म के खिलाफ एक षड्यंत्र बताया है. उन्होंने आरोप लगाया है कि यह साजिश धर्म को भ्रष्ट करने और हिंदू अनुयायियों को उनके विश्वास से भटकाने के लिए रची गई है. उन्होंने कहा, '' सनातन धर्म के हीरो कहे जाने वाले श्रीराम, श्रीकृष्ण और ऐसे अनगिनत महान व्यक्तित्व को छोड़कर थोड़े से पैसों के लिए पाश्चात्य संस्कृति की गलत बातें करने और सिखाने वाले व्यक्तियों को अपना आदर्श लोगों ने मान लिया है. यह हमारे समाज का लूप पॉइंट है. इस प्रकार का कृत्य करके भारत के सनातनियों का धर्म भ्रष्ट करने की साजिश की जा रही है. यह एक बहुत बड़ा षड्यंत्र है, जिसे सुनियोजित तरीके से अंजाम दिया जा रहा है.''