हल्द्वानी: डेयरी विकास विभाग ने नैनीताल दुग्ध संघ के सामान्य प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह को पद से हटा दिया है. निर्भय नारायण सिंह पर भ्रष्टाचार के आरोप की कुमाऊं कमिश्नर की जांच में पुष्टि हुई. उसके बाद विभागीय जांच में भी कमिश्नर की जांच रिपोर्ट सही पायी गई है.
इस पर यूसीडीएफ के प्रबंध निदेशक ने नैनीताल दुग्ध संघ के जीएम को हटाने के आदेश जारी कर दिए हैं. शासन को पत्र भेजकर जीएम निर्भय नारायण के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की सिफारिश की है. नैनीताल दुग्ध संघ में लंबे समय से भ्रष्टाचार की शिकायतें मिलने के चलते एक शिकायतकर्ता द्वारा नैनीताल दुग्ध संघ के सामान्य प्रबंधक निर्भय नारायण सिंह पर कई आरोप लगाते हुए कुमाऊं कमिश्नर से शिकायत की थी. जिन शिकायतों की जांच के बाद कुमाऊं कमिश्नर दीपक रावत ने अपनी जांच रिपोर्ट में शिकायत को सही पाते हुए अपनी जांच रिपोर्ट शासन को भेजी थी. जिस जांच रिपोर्ट के आधार पर शासन ने निदेशक डेयरी विकास विभाग को जीएम निर्भय नारायण के विरुद्ध विभागीय जांच कर कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए.
विभागीय जांच में भी निर्भय नारायण सिंह पर अनियमिता की पुष्टि होने के बाद निदेशक डेयरी विकास विभाग जयदीप अरोड़ा ने कार्रवाई के निर्देश जारी किए. निदेशक उत्तराखंड डेयरी फेडरेशन जयदीप अरोड़ा ने बताया कि निर्भय नारायण सिंह को पद से हटाते हुए वर्तमान में आदर्श आचार संहिता लागू होने के चलते नैनीताल दूध उत्पादक सहकारी संघ में तैनात पीएंडआई अधिकारी डॉ पीएस नागपाल को अग्रिम आदेश तक प्रभारी के तौर पर नैनीताल दुग्ध संघ के सामान्य प्रबंधक का अतिरिक्त चार्ज दिया गया है.
बताया जा रहा है कि समान्य प्रबंधक द्वारा विभागीय खरीद और कुछ अन्य मामलों में अनियमिताएं पाए जाने के बाद जांच कुमाऊं कमिश्नर को दी गई थी. जिसके बाद जांच में भ्रष्टाचार सामने आने पर निर्भय नारायण सिंह को पद से हटाया गया है.
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