रामनगर: सोमवार दोपहर प्रसिद्ध गर्जिया देवी मंदिर के परिसर में अज्ञात कारणों के चलते लगभग 40 दुकानें जलकर राख हो गयी थी. देर रात नैनीताल की जिलाधिकारी वंदना सिंह ने गर्जिया देवी मंदिर पहुंचकर मौके का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा घटना में हुए नुकसान का आकलन कार्य किया जा रहा है. आकलन के बाद उचित निर्णय लिया जाएगा.
बता दें कि कोसी नदी के मध्य टीले पर स्थापित प्राचीन गिरिजा देवी मंदिर (गर्जिया देवी) परिसर में प्रसाद की दुकानों में सोमवार दोपहर आग लगने से पूजा-पाठ सामग्रियां पूरी तरह जलकर नष्ट हो गई थी. यहां दुकानें लकड़ी, कपड़ा, घास और तिरपाल से बनी थीं. इन्हीं दुकानों में श्रद्धालुओं के लिए प्रसाद और पूजा-पाठ की सामग्रियां रखी थीं.
घटना की जानकारी मिलने के बाद जिलाधिकारी वंदना सिंह ने रामनगर क्षेत्रांतर्गत स्थित गिरिजा माता मंदिर परिसर में हुई आगजनी की घटना का स्थलीय निरीक्षण किया. यहां लगभग 40 दुकानें/फड़ थे, जो पूर्ण रूप से आगजनी की घटना में नष्ट हो गए हैं, उनके स्वामियों द्वारा राहत सहायता की मांग की गई है. जिलाधिकारी वंदना सिंह ने कहा यह राहत की बात है कि इस घटना में जनहानि नहीं हुई है और न ही किसी के जख्मी/घायल होने का कोई मामला सामने आया है.
जिलाधिकारी ने घटना के प्रभावितों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा घटना में हुए नुकसान का आकलन कार्य किया जा रहा है. इसके बाद मुआवजे का आकलन किया जाएगा. उन्होंने मंदिर समिति और व्यापारियों को समझाया कि मंदिर के आसपास दुकानों को लगाने की व्यवस्था में खामियों को पहचान कर उनमें सुधार करने की आवश्यकता है. ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटना न हो. जिलाधिकारी ने गिरिजा देवी मंदिर समिति के अध्यक्ष और सदस्यों को भी व्यवस्था में सुधार करने की निर्देश दिए. इस अवसर पर उपजिलाधिकारी रामनगर राहुल शाह, एसडीओ वन विभाग रामनगर पूनम कैंथोला, पुलिस और वन विभाग के साथ ही राजस्व विभाग टीम भी उपस्थित रही.
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