जोधपुर. शहर के बाहरी इलाके में सोमवार रात को लूट के इरादे से ऑटो की हत्या का पुलिस ने खुलासा कर दिया है. तीन लुटेरों ने ऑटो चालक की हत्या की थी. पुलिस ने हत्या के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. मामले में तीन आरोपियों को नामजद किया गया है, पुलिस अन्य दो लोगों की गिरफ्तारी के भी प्रयास कर रही है. एसीपी चंचल मिश्रा ने बताया कि घटना के बाद पुलिस ने आसपास के सीसीटीवी फुटेज और अन्य तकनीकी संसाधनों से हत्यारों की पहचान की थी. पुलिस ने इस मामले में बिरामी निवासी भवानी सिंह को गिरफ्तार किया है, जबकि मलखान सिंह और रमेश भील को नामजद किया गया है. उनकी तलाश की जा रही है.
ऐसे की थी हत्या : सोमवार रात को महाराष्ट्र से आए सुनील गुप्ता को भगत की कोठी से सजाड़ा धाम जाना था. उसने भगत की कोठी स्टेशन से रात को हरीश का ऑटो लिया. हरीश उसे लेकर रवाना हुआ तो खेजड़ली तोड़ना के बाद वह गलती से बिरामी धाम में घुस गया, जहां कुछ लोग उसे मिले. ऑटो चालक ने उनसे सजाड़ा का रास्ता पूछा और वहां से निकल गया. ऑटो में सवार सुनील ने बताया कि एक काली कार और कुछ बाइक सवार उनके पीछे लग गए. वो बार-बार पूछ रहे थे कि ऑटो में क्या है, लेकिन हरीश ने ऑटो नहीं रोका. इस दौरान कार में सवार लोगों ने एक पत्थर फेंका, जो ऑटो चालक हरीश के सिर पर लगा. इससे ऑटो का संतुलन बिगड़ गया और ऑटो सड़क से नीचे उतरकर पेड़ से टकरा गया. इसके बाद बदमाश आए और उन्होंने घायल हरीश को पत्थरों से मारा जिसके बाद उसकी मौत हो गई. सुनील वहां से भाग गया और नजदीक ही मुकुंदम होटल पहुंचा, जहां से उसने पुलिस को घटना की जानकारी दी थी.
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आज हुआ अंतिम संस्कार : ऑटो चालक हरीश की मौत के बाद मंगलवार को शहर के ऑटो चालकों ने एमडीएम अस्पताल में प्रदर्शन किया था. आटो चालकों ने प्रशासन से 20 लाख रुपए मुआवजा और नौकरी की मांग की थी. कई दौर की बात के बाद मंगलवार देर रात को 5 लाख का मुआवजा और एक सरस बूथ का केबिन परिजनों को देने पर सहमति बनी. इसके बाद रात को धरना समाप्त हुआ. बुधवार को हरीश का अंतिम संस्कार कर दिया गया है.