कोटा : विजयादशमी के अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कोटा में पथ संचलन निकाला. इसमें आरएसएस की योजना के अनुसार कोटा महानगर के कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल हुए. संचलन सीएडी मैदान से शाम 6:40 बजे शुरू हुआ, जो शहर के विभिन्न मुख्य चौराहों से होते हुए वापस 7:45 बजे सीएडी मैदान पहुंचा. इस दौरान करीब 5 किलोमीटर से अधिक का पथ संचलन हुआ.
इससे पहले सीएडी मैदान में शस्त्र पूजन किया गया. इसमें बतौर मुख्य वक्ता शामिल हुए चित्तौड़ प्रांत प्रचारक मुरलीधर ने स्वयंसेवकों को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि आज के समय के अनुसार स्वयंसेवकों को तैयार रहने और समाज के उत्थान के कार्य करने की जरूरत है. साथ ही उन्होंने अपने जीवन के साथ समाज में भी अनुशासन बढ़ाने की प्रेरणा दी.
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मुरलीधर ने कहा कि आरएसएस 99 साल की यात्रा पूरी कर शताब्दी वर्ष में प्रवेश कर रहा है. हिंदू समाज आज जागृत दिखाई देता है. लव जिहाद, गौ हत्या और पर्यावरण जैसे विषयों पर नवचेतना आई है. इसमें अभी और जागरूकता की जरूरत है. अभी-अभी 191 जगहों से 9000 से अधिक जगहों पर समाज बंधू एक साथ आएं और समाज को एक सूत्र में जोड़ने के लिए चिंतन किया. समारोह में बतौर अतिथि नीति अंबा मौजूद रहीं. इसके अलावा मंच पर आरएसएस के विभाग संघ चालक पन्नालाल शर्मा और कोटा महानगर संघ चालक गोपाल लाल गर्ग मौजूद रहे.
पूरे अनुशासन में आरएसएस के स्वयंसेवक नजर आए. संघ के घोष पर कदम से कदम मिलाते हुए चलते दिखाई दिए. पथ संचलन के मार्ग पर स्वयंसेवकों का पुष्प वर्षा कर स्वागत किया गया. यह संचलन समयबद्ध टाइम टेबल पर चलते हुए जवाहर नगर, तलवंडी चौराहा, केशवपुरा चौराहा, तीन बत्ती, बसंत विहार, दादाबाड़ी छोटे चौराहे और बड़े चौराहा होता हुए वापस सीएडी मैदान पहुंचा.
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वहीं, इस पथ संचलन में हजारों की संख्या में कार्यकर्ता शामिल हुए. उनकी सुरक्षा को लेकर स्वयं आरएसएस ने प्रबंधक और रक्षक लगाए थे. इसके अलावा पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियां भी व्यवस्था में जुटी रही. इधर, ट्रैफिक पुलिस पूरा मैनेजमेंट देख रही थी. इस पथ संचलन में 3750 स्वयंसेवक शामिल हुए. इसके अलावा 300 स्वयंसेवक व्यवस्थाओं में लगे थे.