लखनऊ: बांदा जेल में बंद माफिया मुख्तार अंसारी को बुधवार को 36 वर्ष पुराने फर्जी शस्त्र लाइसेंस मामले में वाराणसी की एमपी एमएलए कोर्ट ने उम्रकैद की सजा सुनाई है. यह दूसरी बार है, जब मुख्तार को उम्रकैद सजा सुनाई गई है. बीते डेढ़ वर्षों में माफिया को आठ मामलों में सजा सुनाई जा चुकी है. आइए जानते हैं, आखिर मुख्तार अंसारी के खिलाफ अब तक योगी सरकार ने कितनी कार्रवाई की है? किन किन मामलों में माफिया को सजा हुई है?
यूपी में 63 मुकदमे मुख्तार पर दर्ज
बता दें किवर्ष 2005 से जेल में बंद कुख्यात माफिया मुख्तार अंसारी के खिलाफ उत्तर प्रदेश में कुल 63 और दिल्ली और पंजाब में 1-1 मुकदमें दर्ज है. जिसमें 21 ऐसे मुकदमे हैं, जो कोर्ट में विचाराधीन है. अब तक 8 मामलों में माफिया को सजा सुनाई जा चुकी है. यूपी पुलिस ने मुख्तार के 282 गुर्गों पर कार्रवाई कर चुकी है. जिसमें कुल 143 मुकदमें भी दर्ज किए गए हैं. मुख्तार के गुर्गों और उसके गैंग ISI191 के 176 सदस्यों को गिरफ्तार किया जा चुका है. योगी सरकार की कार्रवाई से दहशत आकर 15 गुर्गों ने सरेंडर भी किया है. 167 असलहों के लाइसेंस रद्द किए गए है तो 66 के खिलाफ गुंडा एक्ट व 126 के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की गई है.
5 गुर्गों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया
योगी सरकार के कार्यकाल के दौरान बांदा जेल में बंद मुख्तार अंसारीके 6 गुर्गों पर एनएसए लगाया गया, 70 की हिस्ट्रीशीट खोली गई है, वहीं, 40 को जिलाबदर किया गया है. मुख्तार के 5 गुर्गों को पुलिस ने मुठभेड़ में मार भी गिराया है. योगी सरकार ने मुख्तार और उसके कुनबे की लगभग 5 अरब 72 करोड़ की संपत्ति या तो जब्त या फिर धवस्त किया है. यही नहीं मुख्तार एंड कंपनी पर हुई कार्रवाई से बंद पड़े उसके अवैध धंधों से कमाए जाने वाले 2 अरब 12 करोड़ का भी नुकसान हुआ है.
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