इंदौर: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग एमपीपीएससी की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 रविवार को दो सत्र में आयोजित की गई. 158 पदों के लिए आयोजित इस परीक्षा में पूरे प्रदेश में कुल 83 प्रतिशत अभ्यर्थी सम्मिलित हुए. छात्रों की उपस्थिति पिछली बार की तुलना में ज्यादा है. परीक्षा के लिए इंदौर में 71 केंद्र बनाए गए.
158 पदों के लिए आयोजित हुई परीक्षा
मध्य प्रदेश शासन के 18 विभागों के 158 प्रशासनिक पदों के लिए एमपीपीएससी की राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2025 का आयोजन किया गया. पूरे प्रदेश में 52 जिला मुख्यालयों में हुई इस परीक्षा के लिए कुल 342 केंद्र बनाए गए. इंदौर में सबसे ज्यादा 71 परीक्षा केंद्र बनाए गए. परीक्षा में शामिल होने के लिए करीब 1 लाख 18000 अभ्यर्थियों द्वारा आवेदन किया गया था. मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग द्वारा परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों के लिए विभिन्न दिशा निर्देश भी जारी किए गए थे. सबसे अधिक अशोकनगर जिले में अभ्यर्थी शामिल हुए.
अशोकनगर जिले में सबसे अधिक अभ्यर्थी शामिल
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग के ओएसडी डॉ रवींद्र पंचभाई के अनुसार "परीक्षा सुबह 10 से दोपहर 12 बजे तक और फिर दोपहर 02.15 से शाम 4.15 बजे तक दो सत्रों में हुई. पहला प्रश्न पत्र सामान्य अध्ययन का हुआ जबकि दूसरा प्रश्न पत्र सामान्य अभिरुचि परीक्षण का हुआ. परीक्षा में कुल 83 प्रतिशत अभ्यर्थी सम्मिलित हुए. सबसे अधिक अभ्यर्थी अशोकनगर में उपस्थित हुए जिनका प्रतिशत 91 रहा वहीं इंदौर में 85 प्रतिशत अभ्यर्थी परीक्षा में उपस्थित हुए.
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रिटायर्ड पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को बनाया आब्जर्वर
एमपीपीएससी ने इस राज्य सेवा परीक्षा की गोपनीयता बनाए रखने और गड़बड़ी रोकने के लिए तमाम इंतजाम किए थे. इस बार रिटायर्ड पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को ऑब्जर्वर बनाया था. साथ ही कई उड़नदस्ते भी तैयार किए गए, जिन्होंने अलग-अलग सेंटरों पर जाकर चेकिंग की. आयोग के अनुसार सभी जगह शांतिपूर्ण तरीके से परीक्षा हुई और कहीं से भी कोई विवाद या गड़बड़ी की जानकारी नहीं मिली है.