इंदौर। रविवार को संपन्न हुए मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की प्री परीक्षा 2024 का पेपर लीक होने का दावा करने वालों के खिलाफ एमपी लोक सेवा आयोग सख्त हो गया है. इसे लेकर MPPSC ने मामले में शिकायती आवेदन इंदौर के संयोगिता गंंज थाने में दे दिया है. पुलिस ने मामले में प्रकरण दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है. बता दें कि, परीक्षा के एक दिन पहले ही सोशल मीडिया पर दो लोगों के बीच चैट का एक स्क्रीनशॉट वायरल हुआ था, जिसमें पेपर खरीदने और बेचने की बात की जा रही थी.
परीक्षा के एक दिन पहले फैलाई फेक न्यूज
मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की प्री परीक्षा 2024 को भी प्रभावित करने की कोशिश कि गई. सोशल मीडिया पर परीक्षा के एक दिन पहले ही एक पेपर वायरल किया जा रहा था और उसके साथ दो लोगों की बातचीत का स्क्रीनशॉट भी वायरल हो रहा था. वायरल स्क्रीनशॉट में 2500 रु में पेपर के खरीदने बेचने की बात हो रही थी. वायरल पेपर का ओरिजनल पेपर से मिलान के बाद वायरल पेपर फर्जी पाया गया और एमपी लोकसेवा आयोग मामले को लेकर सख्त हो गया है. आयोग ने इंदौर के संयोगिता गंज थाने में फर्जी पेपर वायरल कर परीक्षा को प्रभावित करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश
एडिशनल डीसीपी राम स्नेही मिश्रा ने बताया कि मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की सतर्कता अधिकारी भावना भावे द्वारा एक शिकायती आवेदन दिया गया है जिसमें कहा गया है कि, मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग से जुड़ा हुआ पेपर सोशल मीडिया पर राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2024 के प्रथम प्रश्न पत्र को वायरल किया गया है और लीक होने की भ्रामक जानकारियां फैलाई गई. पेपर के खरीदे-बेचे जाने की चैट का स्क्रीनशॉट शेयर किया जा गया. जिसके कारण छात्रों को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ा. जिस पर से पुलिस ने अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है और पूरी जांच पड़ताल की जा रही है.
परीक्षा के बाद ओरिजनल पेपर से वायरल पेपर मिलाया गया
पेपर लीक होने की खबर के बाद जब वायरल पेपर का ओरिजनल पेपर से मिलान किया गया तो पता चला कि वायरल पेपर ओरिजनल पेपर से अलग है. सोशल मीडिया पर जिस पेपर के खरीदने-बेचने की बात चल रही थी वो ओरिजनल पेपर नहीं था. अफवाह फैलाने वाले ऐसे अराजक तत्वों से निपटने के लिए पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है.