राजगढ़। इन दिनों मध्यप्रदेश में भीषण गर्मी पड़ रही है. हालत ये है कि सुबह 7 बजे से धूप चुभने लगी है. राजगढ़ जिला प्रदेश के सबसे गर्म जिले की सूची में शामिल है. जहां सुबह से ही सूरज अपना रौद्र रूप दिखा रहा है. ऐसे में जहां कोई भी घर से निकलना पसंद नहीं करता. वहीं कड़ी धूप में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अपने कर्तव्य पथ पर अडिग हैं. भरी दोपहरी में आंगनवाड़ी वर्कर घर-घर जाकर बच्चों की सेहत जांच रही हैं. बच्चों का ब्यौरा बाकायदा रजिस्टर में दर्ज किया जा रहा है.
कोई रिस्क नहीं लेना चाहते पैरेंट्स
आंगनवाड़ी केंद्रों पर बच्चों का आना काफी कम हो गया है. छोटे बच्चे तो बिल्कुल नहीं आ रहे. माता-पिता अपने छोटे बच्चों को भेजने से कतरा रहे है, क्योंकि हीट वेव को लेकर भी माता-पिता चिंतित हैं. वहीं, शासन के आंकड़ों के मुताबिक छोटे बच्चों की हाइट और वेट के आंकड़े भी आंगनवाड़ी के माध्यम से मंगवाए जाते हैं. ऐसे में जो बच्चे केंद्र तक नहीं पहुंच रहे तो उनके लिए आंगनवाड़ी की आशा कार्यकर्ता और सहायिका वेट मशीन और इंचीटेप लेकर घर घर पहुंच रही हैं.
क्या बताती हैं आंगनवाड़ी वर्कर
गुरुवार को राजगढ़ शहर के वार्ड क्रमांक 13 फर्स्ट की आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता घर-घर जाकर बच्चों की सेहत जांच रही हैं. कार्यकर्ता और सहायिका वेट मशीन और इंचीटेप लेकर घर-घर पहुंच रही है और बच्चो का वजन और हाइट नाप रही है. आंगनवाड़ी कार्यकर्ता रेखा जोशी बताती है "ज्यादा गर्मी होने के कारण काफी बच्चे आंगनवाड़ी केंद्र पर नहीं आ पा रहे हैं. इसलिए हम स्वयं ही वेट मशीन और इंचीटेप लेकर घर-घर पहुंच रहे हैं. केंद्र में लगभग 80 बच्चे दर्ज हैं, जिनमे से अभी तक हम 20 बच्चों के घर जाकर हाइट और वेट नाप चुके हैं."