मंडला। मध्यप्रदेश के स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश समाप्त होने के बाद सभी स्कूल खुल गए हैं, जहां नियमित रूप से पढ़ाई शुरू हो गई है. वहीं, मंडला जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में अभी भी ताले लट रहे हैं. अधिकांश स्कूल खुले ही नहीं. कहीं स्कूल खुलते भी हैं तो समय से पहले बच्चों की छुट्टी कर शिक्षक अपने घर रवाना हो जाते हैं. लगभग हर गांव की यही स्थिति है. ग्रामीण शिकायत करते हैं पर कोई सुनवाई नहीं होती.
बिछिया क्षेत्र के स्कूलों में सन्नाटा
मध्यप्रदेश सरकार की सारी योजनाओं पर शिक्षकों की उदासीनता पानी फेरती नजर आ रही है. इन दिनों मंडला जिले की बिछिया विकासखंड के अधिकांश स्कूलों में ताले पड़े हैं. बता दें कि प्रदेश में ग्रीष्मकालीन अवकाश के बाद 18 जून से सभी शासकीय और निजी विद्यालय खुल गए हैं. नियमित रूप से कक्षाएं लगी रही हैं, लेकिन बिछिया विधानसभा क्षेत्र के शासकीय प्राथमिक विद्यालय करंजिया, खटोला, आवासटोला, चंदिया, सरारटोला, चौराँगा सहित अन्य स्कूल भवनों पर ताला लटका हुआ है.
जो शिक्षक स्कूल आते हैं, वे जल्दी चले जाते हैं
विद्यार्थियों सहित ग्रामीणों ने बताया कि कई शिक्षक स्कूल पहुंचते ही नहीं और जो शिक्षक स्कूल आते भी हैं तो वह निर्धारित समय से पहले बंद कर चले जाते हैं. प्राथमिक स्कूल चंदिया की शिक्षिका का कहना है कि स्कूल खुल रहे हैं हालांकि जल्द बंद हो जाते हैं. वहीं, जब शासकीय स्कूलों में बरती जा रही लापरवाही को लेकर बीआरसी से बात करनी की कोशिश की गई वह भी दफ्तर में नहीं मिले. फोन किया तो उसे भी रिसीव नहीं किया. वहीं, क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक नारायण सिंह पट्टा ने कहा "प्रदेश सरकार ही लापरवाह है तो अफसरों व शिक्षकों को क्या दोष दे."