रांची: इंडिया गठबंधन की ओर से रांची लोकसभा सीट पर अबतक प्रत्याशी की घोषणा नहीं हुई है. इसे लेकर सियासत शुरु हो गई है. भारतीय जनता पार्टी पहले ही सांसद संजय सेठ को रांची के चुनावी मैदान में उतारने की घोषणा कर चुकी है, ऐसे में अब तक संजय सेठ के खिलाफ इंडिया गठबंधन द्वारा उम्मीदवार की घोषणा नहीं करने पर सवाल उठ रहे हैं. सांसद संजय सेठ ने महागठबंधन को चुनौती देते हुए कहा है कि मोदी के डर से कोई चुनाव मैदान में नहीं आना चाहता.
मोदी की गारंटी से डर गया है इंडिया गठबंधन-संजय सेठ
संजय सेठ ने कहा कि महागठबंधन डरा हुआ है. इसीलिए कोई चुनाव नहीं लड़ना चाहता. चुनाव में मोदी की गारंटी की न सिर्फ चर्चा है बल्कि लोगों को उस पर भरोसा भी है. पिछले 10 साल में उन्होंने जो कहा उसे पूरा किया है. उन्होंने कहा कि जनधन योजना, आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना समेत कई योजनाएं मोदी सरकार लायी, जिसका लाभ जनता को मिल रहा है. इससे महागठबंधन के लोग डरे हुए हैं. यही वजह है कि विपक्ष अब तक कोई उम्मीदवार नहीं उतार पाया है.
संजय सेठ ने खुद को छात्र बताते हुए कहा कि हम तो ऐसे विद्यार्थी हैं जो चुनाव हो या नहीं हो 5 साल तक हम घूमते रहे हैं उन्होंने केंद्र सरकार द्वारा चलाई जा रही सांसद निधि योजनाओं में जानबूझकर अड़ंगा लगाने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है, जनता सब जानती है. यह राजीव गांधी का कार्यकाल नहीं है जब केंद्र से आने वाले प्रत्येक 1 रुपये पर 15 पैसे जनता तक पहुंचते थे. आज बिचौलिए खत्म हो गए हैं और सारा पैसा जनता तक पहुंच रहा है.
'मोदी सरकार को बदनाम करने की साजिश'
झारखंड में साजिश के तहत केंद्र की मोदी सरकार को बदनाम करने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए संजय सेठ ने कहा कि जिस तरह से केंद्र ने नल जल योजना के तहत राज्य सरकार को पैसा भेजा था, उसका सही इस्तेमाल नहीं हो सका. इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है. योजना भी पूरी नहीं हुई. जबकि बिहार, ओडिशा समेत कई राज्य हमसे आगे निकल गये. राज्य सरकार बदनाम करने की नीयत से केंद्र पर मनगढ़ंत आरोप लगा रही है, लेकिन जनता जानती है कि इसके पीछे की सच्चाई क्या है.
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