जबलपुर: रीजनल इन्वेस्टर्स समिट की तैयारीयों का जायजा लेने जबलपुर पहुंचे पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने नेताजी सुभाषचंद्र बोस कल्चर एंड इंफॉर्मेशन सेंटर में आयोजित होने वाली इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम की जानकारी दी. मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की अगुवाई में प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने मुंबई जाकर निवेशकों से मुलाकात की और इस समिट को सफल बनाने के लिए अथक प्रयास किए हैं.
पोस्ट इन्वेस्टर्स मीट भी होगी आयोजित
मंत्री राकेश सिंह ने बताया कि इन्वेस्टर्स समिट के बाद प्रदेश में एक पोस्ट-इन्वेस्टर्स मीट भी आयोजित की जाएगी. जिसमें आने वाले सभी उद्योगपतियों से निरंतर चर्चा जारी रहेगी. यह सुनिश्चित किया जाएगा कि एमओयू साइन होने के बाद एक अच्छा माहौल और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं. जिसके लिए नियमित मॉनिटरिंग भी होगी. उन्होंने कहा कि इस समिट के बाद महाकौशल क्षेत्र उपेक्षित नहीं रहेगा और यहां भी विकास की नई राहें खुलेंगी. मंत्री राकेश सिंह ने कहा कि शनिवरा का दिन महाकौशल और प्रदेश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होगा.
माननीय मुख्यमंत्री @DrMohanYadav51 जी के नेतृत्व में आयोजित हो रही रिजिनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव जबलपुर के आयोजन स्थल नेताजी सुभाष चंद्र बोस सांस्कृतिक एवं सूचना केंद्र का आज सभी स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ निरीक्षण किया।1️⃣ pic.twitter.com/LeNFLu6Zx9
— Rakesh Singh (@MPRakeshSingh) July 19, 2024
प्रदेश को मिले निवेशक
मुख्यमंत्री ने इन्वेस्टर्स से मुलाकात कर कई सकारात्मक प्रयास किए हैं, ताकि इस समिट से प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति मिल सके. यह समिट प्रदेश की आर्थिक स्थिति को मजबूत बनाने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने में सहायक साबित होगी. इसके साथ राकेश सिंह ने यह भी कहा कि सरकार का मुख्य उद्देश्य है कि प्रदेश में निवेशकों को एक अनुकूल माहौल प्रदान किया जाए. ताकि वे यहां अपने उद्योग स्थापित कर सकें. समिट के बाद सरकार का फोकस एमओयू साइन करने वाले निवेशकों को सभी आवश्यक सुविधाएं और समर्थन प्रदान करने पर रहेगा.
खुलेगी निवेश और विकास की नई संभावनाएं
यह सुनिश्चित किया जाएगा कि निवेशकों के सामने किसी भी प्रकार की बाधाएं न आएं और वे अपने उद्योग सफलतापूर्वक स्थापित कर सकें. मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि मुख्यमंत्री की पहल और प्रयासों से प्रदेश में निवेश का माहौल काफी सकारात्मक हुआ है और आने वाले समय में इसके और भी बेहतर परिणाम देखने को मिलेंगे. इस समिट से महाकौशल क्षेत्र में निवेश और विकास की नई संभावनाएं खुलेंगी, जिससे प्रदेश की समृद्धि में इजाफा होगा. राकेश सिंह ने अंत में कहा कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में निवेश को प्रोत्साहित करने के लिए किए गए प्रयासों का परिणाम जल्द ही देखने को मिलेगा और इससे प्रदेश का हर क्षेत्र विकास की नई ऊंचाइयों को छुएगा.