भोपाल। मध्य प्रदेश के बहुचर्चित नर्सिंग घोटाले का मुद्दा तेजी से गूंज रहा है. विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस इसे मुद्दे को तेजी से उठाने की तैयारी कर रही है. इसके साथ ही इस मुद्दे को संसद में भी उठाने की तैयारी कांग्रेस कर रही है. नर्सिंग घोटाले के व्हिस्लब्लोअर रवि परमार ने भ्रष्टाचार से जुड़े दस्तावेज कांग्रेस पार्टी के नेताओं को सौंपे और इस मुद्दे को संसद में उठाने की मांग की.
एनएसयूआई नेता रवि परमार परमार दिल्ली पहुंचे
एनएसयूआई नेता रवि परमार परमार ने AICC मुख्यालय में पार्टी के अन्य सीनियर नेताओं से भी मुलाकात की और उन्हें नर्सिंग घोटाले से अवगत कराया. रवि परमार ने वरूण चौधरी और दिग्विजय सिंह समेत अन्य पार्टी नेताओं को मध्य प्रदेश में हुए नर्सिंग कालेज महाघोटाले की बिंदुवार जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की भाजपा सरकार में चिकित्सा शिक्षा विभाग के अधिकारियों, मध्यप्रदेश नर्सेस रजिस्ट्रेशन काउंसिल के अधिकारियों और मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय जबलपुर के अधिकारियों की मिलीभगत से ये घोटाला हुआ.
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एमपी में लाखों स्टूडेंट्स के भविष्य से खिलवाड़
रवि परमार ने बताया "मध्यप्रदेश में लाखों नर्सिंग छात्र छात्राओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया है. बीजेपी सरकार नर्सिंग घोटाले के आरोपियों को बचाने की कोशिश में है. लेकिन हमारी लड़ाई जारी रहेगी. शासकीय नर्सिंग कॉलेजों में 2022 में प्रवेश के लिए प्री नर्सिंग सिलेक्शन टेस्ट परीक्षा जुलाई 2023 में आयोजित करवाई गई थी, जिसमें 66 हज़ार स्टूडेंट्स ने परीक्षा दी थी. लेकिन आज तक उसका परीक्षा परिणाम जारी नहीं किया गया. वहीं शासकीय नर्सिंग कॉलेजों से पढ़ाई करने वाली छात्राओं को पढ़ाई के बाद नियम अनुसार शासकीय नौकरी दी जाना थी, लेकिन 18 महीने बीतने के बाद भी उनको ज्वाइनिंग नहीं दी गई."