बुरहानपुर। पूर्व पीसीसी चीफ व पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने मध्यप्रदेश के नर्सिंग घोटाला मामले में मोहन सरकार और तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को घेरा है. अरुण यादव ने नर्सिंग घोटाले पर सीएम मोहन यादव व पूर्व सीएम शिवराज सिंह के सवाल पूछे हैं. उनका कहना है कि यह व्यापम 1, व्यापम 2, व्यापम 3 और व्यापम 4 घोटाला तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यकाल में हुए थे.
रिटायर्ड जज के नेतृत्व में कराई जाए जांच
अब नर्सिंग घोटाला सामने आया है. यह व्यापमं से बड़ा घोटाला है. इस घोटाले की जांच करने वाली एजेंसी के नुमाइंदा ही भ्रष्टाचार में लिप्त पाया गया है. उन्होंने कहा कि इस घोटाले की जांच एसआइटी गठित कर रिटायर्ड जज की कमेटी से कराई जानी चाहिए. इस घोटाले की सही जांच होने पर कई राज खुलेंगे. इसमें कई बड़े नेता लिप्त पाए जाएंगे.
नर्सिंग घोटाला व्यापम से भी बड़ा घोटाला
बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव ने बुरहानपुर प्रवास पर आए हुए थे. उन्होंने भाजपा सरकार को आड़े हाथों लिया है. यादव ने कहा कि "मध्य प्रदेश में घोटालों की सरकार है. इसकी शुरुआत पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के शासनकाल 2003 से हुई थी. अब एक बार फिर नर्सिंग कॉलेजों का महाघोटाला सामने आया है. इसकी जांच के लिए सेवानिवृत्त जज के नेतृत्व में एसआइटी गठित की जानी चाहिए. ठीक तरह से यदि जांच होती है तो इस महाघोटाले में कई नेता-अभिनेताओं के नाम सामने आएंगे. इस पूरे मामले की सरकार को निष्पक्षता से जांच करानी चाहिए. ताकि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सके.
आंधी तुफान से बर्बाद हुई फसलों का किया निरीक्षण
बुरहानपुर में बीते दिनों आंधी तूफान और बारिश से केले की फसल तबाह हो गई थी. इसमें 65 से ज्यादा गांव प्रभावित हुए हैं. जिसके चलते किसानों को करोड़ों का नुकसान पहुंचा है. भाजपा-कांग्रेस के नेताओं ने खेतों में जाकर निरीक्षण किया है. बीते दिनों विधायक अर्चना चिटनीस ने खेतों में पहुंचकर पीड़ित किसानों की फसल नुकसानी का जायजा लिया. इसके बाद अब केला फसल किसानों का दुख दर्द जानने कांग्रेस के पूर्व पीसीसी चीफ व केंद्रीय मंत्री अरुण यादव खेतों में पहुंचे थे.
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विधायक चिटनिस ने नुकसानी का लिया जायजा
बता दें कि बीते दिनों विधायक अर्चना चिटनिस ने लोनी, नागुलखेड़ा, गव्हाना, अड़गांव, सिरसौदा, नाचनखेड़ा, चापोरा, ईच्छापुर, बोरसल, धामनगांव, बंभाड़ा, खामनी सहित अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में जाकर आंधी-तूफान और बारिश से फसलों को हुए नुकसान का निरीक्षण किया था. इसके बाद उन्होंने अफसरों से चर्चा कर पीड़ित किसानों के नुकसानी का आंकलन कर उचित मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया था. साथ ही नुकसान की भरपाई का हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है.