बैतूल। बैतूल के नर्सिंग छात्र-छत्राओं ने भोपाल-नागपुर नेशनल हाइवे पर चक्काजाम कर दिया. आक्रोशित छात्र-छात्राओं ने दो घंटे हाइवे जाम रखा. इससे हाइवे के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. नर्सिंग कॉलेज के छात्रों का कहना है कि पिछले 4 साल से परीक्षाएं नहीं हुई हैं, जिससे उनका भविष्य दांव पर लगा है. उच्च न्यायालय ने जिन कॉलेजों की मान्यता रद्द की, इसमें छात्र-छात्राओं की क्या गलती है. इन कॉलेजों को पहले ही मान्यता नहीं देनी चाहिए थी.
प्रदर्शनकारियों की नेशनल हाइवे पर पुलिस से झड़प
नेशनल हाइवे पर चक्काजाम करने के लिए विद्यार्थी दोनों लेन पर बैठ गए. पुलिस मौके पर पहुंच गई और हाइवे पर यातायात प्रारंभ कराने के लिए उन्हें हटाने का प्रयास किया. इससे विद्यार्थियों की पुलिस से जमकर तकरार हो गई. प्रशासनिक अधिकारियाें ने भी समझाने का प्रयास किया लेकिन विद्यार्थी कलेक्टर को ही माैके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे.
प्रदर्शनकारी बोले- कॉलेजों में क्यों दिया एडमिशन
छात्र-छात्राओं ने ने कहा कि कॉलेजों में एडमिशन ले चुके थे लेकिन अब उनका भविष्य दांव पर लग चुका है. परीक्षाएं कराने की मांग को लेकर स्टूडेंट्स काफी गुस्से में दिखे. इस दौरान कलेक्टर व एसपी सहित भारी पुलिस बल मौके पर पहुंचा. जिन्होंने छात्रों को समझाने का प्रयास किया. कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी का कहना है कि नर्सिंग छात्रों ने चक्काजाम किया था, जोकि गलत बात है. इस तरह हाइवे जाम नहीं कर सकते. फिर भी छात्रों की बातों को सुना है.
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कलेक्टर की समझाइश पर मुश्किल से माने स्टूडेंट्स
कलेक्टर ने कहा कि छात्रों से ज्ञापन लिया गया है. जिस पर चर्चा की जाएगी. छात्रों को समझाइश दी गई है. वहीं, नर्सिंग छात्रों ने कलेक्टर की समझाइश के बाद चक्काजाम बड़ी मुश्किल से खत्म किया. बता दें के मध्यप्रदेश के नर्सिंग कॉलेजों में हुए फर्जीवाड़े मामले की सुनवाई मध्यप्रदेश हाई कोर्ट में चल रही है. कोर्ट ने कुछ कॉलेजों को सही माना है. वहां आगे की प्रक्रिया शुरू होगी. लेकिन कुछ कॉलेज संदेह के दायरे में हैं.