'आप फंस जाइयेगा.. मरीजों को खाना नहीं मिल रहा,' सांसद पत्नी के साथ अस्पताल पहुंचे आनंद मोहन ने CS को हड़काया - Anand Mohan - ANAND MOHAN
Anand Mohan: शिवहर की सांसद लवली आनंद अपने पति आनंद मोहन के साथ बुधवार रात को सीतामढ़ी के बैरगनिया स्थित सरकारी अस्पताल में अचानक निरीक्षण करने पहुंच गईं. इस दौरान अस्पताल की कुव्यवस्था देख आनंद मोहन और लवली आनंद भड़क गए. आनंद मोहन ने तुरंत सीएस को फोन लगाया और जमकर फटकार लगायी.
Published : Jul 18, 2024, 1:55 PM IST
शिवहर: बिहार के शिवहर लोकसभा क्षेत्र से नवनिर्वाचित सांसद लवली आनंद एक्टिव मोड में हैं और अपने इलाके की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर पैनी नजर बनाए हुए है. इसी कड़ी में बुधवार रात को लगभग 9 बजे शिवहर सांसद लवली आनंद और पूर्व सांसद आनंद मोहन सीतामढ़ी के बैरगनिया स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण करने पहुंच गए. दोनों के अचानक अस्पताल में पहुंचने से कर्मियों के बीच हड़कंप मच गया. अस्पताल में कोई डॉक्टर उपस्थित नहीं था, यह देखकर आनंद मोहन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया.
सांसद पत्नी के साथ अस्पताल पहुंचे आनंद मोहन: पूर्व सांसद आनंद मोहन और शिवहर सांसद लवली आनंद अस्पताल की बदहाल स्थिति और अस्पताल कर्मियों की लापरवाही पर आग बबूला हो गये और तुरंत ही फोन पर अधिकारी की क्लास लगा दी. आनंद मोहन ने सिविल सर्जन को फोन पर कहा कि फंड मिलने के बाद भी मरीजों को किसी भी प्रकार की सुविधा नहीं दी जा रही है. ऐसा करेंगे तो आप फंस जाएंगे. तुरंत सुविधाओं को सुनिश्चित करिए.
"यहां की लोगों की शिकायत भी बहुत सारी आई है. आपका (सीएस) कोई एनजीओ यहां सदी ढंग से काम नहीं कर रहा है. पेयजल की व्यवस्था तक नहीं है. खाना भी मरीजों को नहीं दिया जा रहा है. आपका मेस ही बंद पड़ा है. लोगों की शिकायत है कि मेस आजतक यहां खुला ही नहीं है. खाना मिलता है इसकी जानकारी अस्पताल के मरीजों को नहीं है."- आनंद मोहन, पूर्व सांसद
'सामान्य बुखार में भी किया जा रहा रेफर': इस दौरान लवली आनंद और आनंद मोहन ने अस्पताल में उपस्थित कर्मियों और मरीजों के परिजनों से बात की. लोगों ने बताया कि भोजन की व्यवस्था नहीं है. साफ-सफाई भी नहीं होती है. अस्पताल मे कोई भी व्यवस्था नहीं है. आनंद मोहन ने कहा कि हमें पता चला है कि जो भी मरीज आते हैं उसे सामान्य बुखार होने पर भी सीधे रेफर कर दिया जा रहा है. ऐसा हुआ तो एक्शन लिया जाएगा.
'सुधार कीजिए नहीं तो..': इस दौरान आनंद मोहन और लवली आनंद ने अधिकारी को साफ-साफ कहा कि तमाम कुव्यवस्था को दूर किया जाए. हर एक मरीज के रहने खाने की व्यवस्था की जाएगी. हर दिन के हिसाब से बेड के चादर का कलर होना चाहिए. आज हम कुछ नहीं करेंगे, लेकिन जल्द से जल्द तमाम चीजों को सुधारिये नहीं तो हम आपको सुधार देंगे.
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