मथुराः जिले में टंकी हादसे के 15 दिन बाद सांसद और एक्टर हेमा मालिनी को पीड़ितों की याद आई है. हेमा मालिनी मंगलवार को घटना स्थल पर पहुंचकर जायजा लिया. हादसे से पीड़ित लोगों से सांसद ने बातचीत कर समस्याएं सुनी. इस दौरान सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि मैं हैरान हूं कि 2 वर्ष पूर्व बनी टंकी किस तरह से गिर गई. इस टंकी को बहुत ही लापरवाही के साथ सस्ते में बना दिया था.
गौरतलब है कि कृष्ण विहार इलाके में 15 दिन पूर्व ढाई लाख लीटर की पानी की टंकी गिरने से दो लोगों की मौत हो गई थी. वहीं, एक दर्जन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके साथ पानी घुसने से लोगों का काफी नुकसान भी हुआ था. स्थानीय लोग जनप्रतिनिधियों के मौके पर न पहुंचने से खासा आक्रोशित नजर आ रहे थे. वहीं शासन की ओर से जांच के लिए टीम गठित की गई थी. हादसे के इतने दिन बाद अब सांसद पीड़ितों को आश्वसन का मरहम लगाने पहुंची हैं.
इस दौरान हेमा मालिनी ने कहा कि 'मुझे यह सुनकर बहुत ही दुख हुआ कि यह ऐसा हो गया. लेकिन मैं यह सोचकर बहुत हैरान हो रही हूं कि 2 साल पहले बनी हुई यह टंकी इतनी जल्दी कैसे टूट सकती है? जब इस टंकी का निर्माण हो रहा था तो स्थानीय लोग इतनी बड़ी टंकी नहीं मांग रहे थे, उन्हें छोटी टंकी चाहिए थी . जब इतनी बड़ी टंकी बनाई थी तो उसका प्रॉपर फाउंडेशन होना चाहिए था. देखने लग रहा है कि बहुत ही सस्ते में इस टंकी को तैयार कर दिया है. जो कि बहुत गलत है. मैं बिल्कुल इसका विरोध करती हूं. हमें इस प्रकार के कार्य को स्वीकार नहीं करना चाहिए.'
सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि टंकी इत्यादि बनाने में बहुत ही सोच समझ कर कार्य करना चाहिए. जहां पर पूरी आबादी रहती है, वहां पर टंकी नहीं बननी चाहिए. वहीं, जब सांसद हेमा मालिनी से पूछा गया कि हादसे के इतने दिनों के बाद आप यहां आई हैं, जिसको लेकर लोगों में आक्रोश है. इस पर उन्होंने कहा कि मुझे बहुत से काम होते हैं, ऐसे मैं सबकुछ छोड़कर तुरंत थोड़े ही आ सकती हूं. मैं डीएम के संपर्क में लगातार थी. जिनकी मौत हुई है, उनके परिजनों को मुआवजा दे दिया गया है. बाकि जिनके घर बर्बाद हुए हैं, उनको भी मुआवजा देना का प्रयास हमारी सरकार कर रही है.