एमपी डेस्क. मौसम विभाग के मुताबिक पहले जहां जुलाई की औसत बारिश में मॉनसून पीछे था, तो वहीं अब एक ही हफ्ते में ये औसत से ऊपर आ गया है. पश्चिमी मध्यप्रदेश में 25 जुलाई तक औसत से 3 प्रतिशत ज्यादा बारिश हो चुकी है. वहीं पहले जहां पूर्वी मध्यप्रदेश इस मामले में पिछड़ता दिखाई दे रहा था, वहां अब औसत से महज एक प्रतिशत कम ही बारिश हुई है. सीधे शब्दों में कहें तो मध्यप्रदेश में मॉनसून ने अपना जुलाई तक का कोटा 25 जुलाई तक ही पूरा कर लिया. इसके बाद की बारिश औसत से ऊपर कही जा सकती है.
पिछले 24 घंटें में सबसे ज्यादा बारिश
आईएमडी के मुताबिक पिछले 24 घंटे में मध्यप्रदेश के रतलाम, श्योपुर और मंदसौर में अतिभारी बारिश दर्ज की गई. रतलाम के बाजना में 19, रतलाम शहर में 15 और राउटी में 9 मिमी बारिश दर्ज की गई. वहीं श्योपुर में 13 और मंदसौर में 8 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई.
West Madhya Pradesh : Heavy to Very heavy Rainfall during past 24 hours till 0830 hours IST of 26.07.2024#weatherupdate #significantrainfall #veryheavyrain #MadhyaPradesh@moesgoi @ndmaindia @DDNational @airnewsalerts pic.twitter.com/Zo4AEFlGGU
— India Meteorological Department (@Indiametdept) July 26, 2024
आज यहां होगी अति भारी बारिश
मौसम विभाग ने शुक्रवार 26 जुलाई को भी मध्य प्रदेश के 7 जिलों में अति भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है. आज सिवनी, मंडला, बालाघाट, रायसेन, गुना, श्योपुर और सागर में अति भारी बारिश की संभावना जताई है. इन जिलों के निचले इलाकों में लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा गया है.
इन जिलों में हल्की से मध्यम तेज बारिश के आसार
मौसम विभाग के मुताबिक बाकी के जिलों में बारिश रफ्तार कुछ धीमी पड़ सकती है और कई स्थानों पर हल्की से मध्यम तेज बारिश हो सकती है. इनमें नर्मदापुरम, बैतूल, भोपाल, विदिशा, सीहोर, राजगढ़, हरदा, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, बड़वानी, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर-मालवा, मंदसौर, नीमच, सिंगरौली, मऊगंज, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, मुरैना, अनूपपुर, शहडोल और डिंडौरी शामिल हैं.
28 जुलाई से एक्टिव हो रहा नया सिस्टम
मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को धीमा पड़ने के बाद मॉनसूनी बारिश पर ब्रेक लगने के आसार नहीं हैं. दरअसल, 28 जुलाई को एक नया मॉनसून सिस्टम एक्टिव होने से मध्यप्रदेश में फिर भारी बारिश का दौर शुरू हो जाएगा. मौसम विभाग के मुताबिक इस नए सिस्टम का असर 31 जुलाई तक रहेगा, जिसकती वजह से नदियां उफान पर आ सकती हैं और कई डैमों के गेट खोले जा सकते हैं. गौरतलब है कि जबलपुर में अति भारी बारिश के बाद बरगी डैम के कैचमेंट एरिया में तेजी से पानी बढ़ रहा है, ऐसे में वॉटर लेवल को नियंत्रित करने के लिए कभी भी डैम के गेट खोले जा सकते हैं. ऐसे में जबलपुर से नर्मदापुरम तक अलर्ट जारी किया गया है और लोगों को सावधान रहने को कहा गया है.