सिरमौर: राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने हिमाचल की सुक्खू सरकार सहित कांग्रेस पर बड़ा तीखा जुबानी हमला बोला है. उन्होंने प्रदेश की कांग्रेस सरकार को खरी खोटी सुनाते हुए कहा कि ये सरकार अपने ही बोझ तले गिर जाएगी. अब जब भी चुनाव होंगे तो ये सरकार 4 से 5 सीटों पर सिमटकर रह जाएगी. यहां तक कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू खुद भी चुनाव हार जाएंगे. हर्ष महाजन जिला मुख्यालय नाहन में महाराजा अग्रसेन जयंती समारोह में देर शाम बतौर मुख्यातिथि हिस्सा लेने के लिए यहां पहुंचे थे.
भाजपा सांसद का कांग्रेस पर तीखा हमला
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए राज्यसभा सांसद ने कहा कि हरियाणा में लगातार तीसरी बार भाजपा की सरकार आई है और यहां की तरह अन्य राज्यों में भी कांग्रेस का यही हाल हो रहा है. जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकारें हैं, वहां भी इनका बुरा हाल है. इसी तरह हिमाचल सरकार के हाल भी किसी से छिपे नहीं है. यहां इस मर्तबा तो सरकार बन गई, लेकिन जो हालात इस सरकार के चल रहे हैं, उससे अगले 15-20 साल भूल जाए कि कभी यहां कांग्रेस की सरकार आएगी. उन्होंने आरोप लगाया कि आज कांग्रेस की हालत बहुत ही दयनीय है. हिमाचल के किसी भी कोने में चले जाए, वहां हर वर्ग किसान, कारोबारी, कर्मचारी, नौजवान सभी निराश है. ये सरकार हर मुद्दे पर फेल है.
राज्यसभा सांसद हर्ष महाजन ने कहा, "सुक्खू सरकार रिवर्स गियर में चल रही है. एक कदम आगे लेगी, तो तीन कदम पीछे ले लेती है. इस सरकार ने हिमाचल में हर तरीके से मिसमैनेजमेंट की हुई है और जो गारंटियां दी थी, वो तो यह भूल ही गए और सब कुछ इसका उलटा हो रहा है. अगर केंद्र मदद न करें, तो सुक्खू सरकार एक मिनट भी सांस न ले सके. केंद्र से आ रही विभिन्न तरह की ग्रांट को दिखाकर कांग्रेस सरकार लोगों को ये दिखाने का प्रयास कर रही कि हमने यह सब कुछ किया, लेकिन प्रदेश की जनता यह भली भांती जानती है कि ये सब केंद्र की मोदी सरकार की देन है."
राज्यसभा सांसद ने महाजन महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव में भी हरियाणा की तर्ज पर कांग्रेस की हार का दावा किया और वहां भी भाजपा की सरकार बनने की बात कही. इसके अलावा भी उन्होंने कई मुद्दों पर कांग्रेस को खरी खोटी सुनाई.
सांसद हर्ष महाजन ने सुक्खू सरकार पर तंज कसते हुए, "कांग्रेस सरकार का अपना हाल बेहाल है. उन्हें लगता है कि यह सरकार अपने ही बोझ तले गिर जाएगी और इस बार जो सरकार गिरी, तो आम आदमी के मुताबिक कांग्रेस 15-20 साल तक दोबारा सत्ता में नहीं आएगी. कांग्रेस के नेता व कई मिनिस्टर हमारे संपर्क में हैं. हमसे बातचीत भी करते हैं और इस बात पर बहुत ही हताश है कि मुख्यमंत्री सुक्खू किसी की सुनते ही नहीं है और खुद की करते हैं. देख रहे है कि कितनी दिनों तक यह सरकार चलेगी. संपर्क तो सभी के साथ है, लेकिन हम भारतीय जनता पार्टी का कैडर खराब नहीं करना चाहते. कांग्रेस के ये सारे नेता अगली बार 4-5 सीटों पर सिमटकर रह जाएंगे. यहां तक मुख्यमंत्री खुद भी चुनाव हार जाएंगे. भाजपा कम से कम 60 सीटों पर चुनाव जीतकर सरकार बनाएगी."