उज्जैन। मध्यप्रदेश के सरकारी अस्पतालों में आए दिन विवाद होते हैं. इस दौरान ड्यूटी नर्सेस कई बार रात में अकेली रहती हैं. इसके अलावा रात में उन्हें अकेले घर जाना पड़ता है. इसलिए अब नर्सों को खुद की सुरक्षा के लिए लाठी च चलाना सिखाया जा रहा है. इसकी शुरुआत उज्जैन के माधव नगर अस्पताल से शुरू हुई. माधव नगर समिति के सदस्य अभय विश्वकर्मा ने बताया कि अस्पताल में फीमेल स्टाफ को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. क्योंकि अक्सर देखने में आता है कि अस्पताल में आए दिन हंगामा की स्थिति उत्पन्न हो जाती है.
पूरे प्रदेश में शुरू होगा लाठी ट्रेनिंग का अभियान
अब नर्सों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लाठी चलाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है. आने वाले समय में पूरे प्रदेश में इस अभियान को शुरू किया जाएगा. माधव नगर अस्पताल की नर्स संध्या सोनी ने बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा यह पहल की गई है. हम लोग लाठी चलाने का प्रशिक्षण ले रहे हैं. क्योंकि ये बहुत ही आवश्यक है. इस बारे में हम लोग सोच भी नहीं सकते थे कि सरकार द्वारा यह चीज सिखाई जाएगी. इसके लिए हम सीएम का धन्यवाद भी करते हैं. हम सब इसके लिए बहुत उत्साहित हैं.
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लाठी ट्रेनिंग पर क्या बोली उज्जैन की स्टाफ नर्स
माधव नगर की नर्स मनीषा साहू ने कहा कि हम लोग नाइट ड्यूटी करते हैं. कई बार अस्पताल में अकेला रहना पड़ता है. हम भी आत्मरक्षा खुद कर सकें, इसलिए मुख्यमंत्री ने हमें प्रशिक्षण दिलाया है. उनकी ये बहुत अच्छी पहल है. उज्जैन अस्पताल प्रभारी डॉ. विक्रम रघुवंशी ने बताया कि अस्पताल के सभी स्टाफ को आत्मरक्षा की कला सिखाई जा रही है. इसके साथ ही मरीजों को इस बीच परेशानी न हो, इसके चलते क्रमानुसार या ड्यूटी पूरी होने के बाद ही स्टाफ को प्रशिक्षण के लिए बुलाया जाता है.