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मध्य प्रदेश में शीतलहर का आ रहा नया दौर?, मौसम की पलटी लाएगा मावठे की बारिश - MADHYA PRADESH COLD WAVE FORECAST

मध्य प्रदेश में इस सप्ताह मौसम फिर करवट बदलेगा. राज्य के कई जिलों में बूंदाबांदी और हल्की बारिश के आसार हैं, मावठा गिरेगा.

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मध्यप्रदेश में शीतलहर का एक और दौर, मावठा गिरेगा (ETV BHARAT)
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By ETV Bharat Madhya Pradesh Team

Published : Jan 28, 2025, 4:53 PM IST

भोपाल : अगर आप ये सोचकर और मानकर चल रहे हैं कि अब ठंड निकल चुकी है और गर्म कपड़ों को सहेज कर अगले साल के लिए पैक करके रख दें तो जरा रुकिए. अभी ठंडी हवाओं का झोंका एक बार फिर दस्तक देगा. मध्यप्रदेश मौसम विभाग का कहना है "मध्यप्रदेश में अभी ठंड अपना तीखा असर कम से एक सप्ताह और दिखाएगी. इस दौरान प्रदेश के 15 से 16 जिलों में मावठा गिर सकता है. इन जिलों में कहीं बारिश तो कहीं बूंदाबांदी होगी. इस कारण दिन में भले ही 2 से 3 डिग्री तापमान बढ़ सकता है लेकिन देर शाम के बाद तापमान गिरेगा और ठंड बढ़ेगी." बता दें कि मध्यप्रदेश में सर्दी के इस सीजन ऐसा चौथी बार होने जा रहा है कि मावठा गिरेगा. हालांकि मावठा कुछ ही जिलों में गिरा है.

16 जिलों में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश

मध्यप्रदेश मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेदप्रकाश का कहना है "प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण 29 जनवरी को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर सहित 16 जिलों में बूंदाबांदी के आसार हैं. कुछ जिलों हल्की बारिश भी होगी. हालांकि कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार फरवरी के पहले सप्ताह में भी ऐसा ही मौसम रहेगा. कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बाारिश होती रहेगी." बता दें कि अभी भी प्रदेश के कई जिलों में बीते 4 दिन से तेज ठंड पड़ रही है. कई जिलों में पारा 5 डिग्री के नीचे चल रहा है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार रात उमरिया में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री, सिंगरौली में 5.3 डिग्री, राजगढ़ में 5.6 डिग्री, शाजापुर और मंडला में 6 डिग्री, नौगांव में करीब 6 डिग्री, खजुराहो में 7 डिग्री, पचमढ़ी में 7.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.

रात का तापमान गिरेगा तो दिन में कुछ बढ़ेगा

पश्चिमी विक्षोभ के कारण 16 जिलों में तापमान दिन में बढ़ेगा तो रात में गिरेगा, क्योंकि इन जिलों में हल्की बारिश की संभावना है. 29 जनवरी से 1 फरवरी के बीच दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे. इस कारण मध्यप्रदेश में 4 फरवरी तक मौसम बदला रहेगा और यही बनेगी बारिश की वजह. मध्यप्रदेश के विंध्य के रीवा, शहडोल के साथ महाकौशल के जबलपुर संभाग के जिलों में और सागर के साथ ग्वालियर संभाग के जिलों में बूंदाबांदी की संभावना है. माना जा रहा है कि ये मावठा रबी की फसल के लिए बहुत लाभप्रद साबित होगा.

इस सर्दी के मौसम में मध्यप्रदेश में 3 बार चली शीतलहर

मध्यप्रदेश में सर्दी के इस मौसम में शीतलहर का दौर 3 बार चला. 15 दिसंबर दिसंबर 25 दिसंबर के बीच प्रदेश के कई शहरों में तेज शीतलहर चली. ऐसा कई सालों बाद हुआ कि दिसंबर के बीच में लोग कांप गए हों. इस दौरान पचमढ़ी में पारा 1 डिग्री तो कुछ दिन इससे भी नीचे चला गया. वहीं, कई जिलों में पारा 4 डिग्री के आसपास घूमा. भोपाल में दौरान न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक चला गया. इसके बाद बाद जनवरी के पहले सप्ताह में मौसम का कुछ ऐसा ही हाल रहा. हालांकि जनवरी में न्यूनतम पारा दिसंबर के अंत की तुलना में उतना नहीं गिरा लेकिन शीतलहर कई जिलों में चली.

मध्यप्रदेश में बीते साल से ज्यादा पड़ी ठंड

मकरसंक्रांति के आसपास भी 3 दिन तक शीतलहर ने लोगों को कंपा दिया. भोपाल के सीनियर मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई सुरेंद्रन के अनुसार "मध्यप्रदेश में इस बार पिछले साल से ज्यादा सर्दी पड़ी है. वहीं शीतलहर के ट्रेंड की बात करें तो साल 2024 के मुकाबले इस साल ज्यादा दिनों तक शीतलहर का असर दिखाई दिया. शीतलहर ने इस साल साल 2024 का रिकॉर्ड तोड़ दिया. हालांकि 2023 में इस साल से ज्यादा दिनों तक शीत लहर चली थी."

भोपाल : अगर आप ये सोचकर और मानकर चल रहे हैं कि अब ठंड निकल चुकी है और गर्म कपड़ों को सहेज कर अगले साल के लिए पैक करके रख दें तो जरा रुकिए. अभी ठंडी हवाओं का झोंका एक बार फिर दस्तक देगा. मध्यप्रदेश मौसम विभाग का कहना है "मध्यप्रदेश में अभी ठंड अपना तीखा असर कम से एक सप्ताह और दिखाएगी. इस दौरान प्रदेश के 15 से 16 जिलों में मावठा गिर सकता है. इन जिलों में कहीं बारिश तो कहीं बूंदाबांदी होगी. इस कारण दिन में भले ही 2 से 3 डिग्री तापमान बढ़ सकता है लेकिन देर शाम के बाद तापमान गिरेगा और ठंड बढ़ेगी." बता दें कि मध्यप्रदेश में सर्दी के इस सीजन ऐसा चौथी बार होने जा रहा है कि मावठा गिरेगा. हालांकि मावठा कुछ ही जिलों में गिरा है.

16 जिलों में कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बारिश

मध्यप्रदेश मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक वेदप्रकाश का कहना है "प्रदेश में वेस्टर्न डिस्टरबेंस के कारण 29 जनवरी को भोपाल, इंदौर, ग्वालियर सहित 16 जिलों में बूंदाबांदी के आसार हैं. कुछ जिलों हल्की बारिश भी होगी. हालांकि कहीं भी तेज बारिश की संभावना नहीं है. मौसम विभाग के अनुसार फरवरी के पहले सप्ताह में भी ऐसा ही मौसम रहेगा. कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की बाारिश होती रहेगी." बता दें कि अभी भी प्रदेश के कई जिलों में बीते 4 दिन से तेज ठंड पड़ रही है. कई जिलों में पारा 5 डिग्री के नीचे चल रहा है. मौसम विभाग के अनुसार सोमवार रात उमरिया में न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री, सिंगरौली में 5.3 डिग्री, राजगढ़ में 5.6 डिग्री, शाजापुर और मंडला में 6 डिग्री, नौगांव में करीब 6 डिग्री, खजुराहो में 7 डिग्री, पचमढ़ी में 7.8 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.

रात का तापमान गिरेगा तो दिन में कुछ बढ़ेगा

पश्चिमी विक्षोभ के कारण 16 जिलों में तापमान दिन में बढ़ेगा तो रात में गिरेगा, क्योंकि इन जिलों में हल्की बारिश की संभावना है. 29 जनवरी से 1 फरवरी के बीच दो पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होंगे. इस कारण मध्यप्रदेश में 4 फरवरी तक मौसम बदला रहेगा और यही बनेगी बारिश की वजह. मध्यप्रदेश के विंध्य के रीवा, शहडोल के साथ महाकौशल के जबलपुर संभाग के जिलों में और सागर के साथ ग्वालियर संभाग के जिलों में बूंदाबांदी की संभावना है. माना जा रहा है कि ये मावठा रबी की फसल के लिए बहुत लाभप्रद साबित होगा.

इस सर्दी के मौसम में मध्यप्रदेश में 3 बार चली शीतलहर

मध्यप्रदेश में सर्दी के इस मौसम में शीतलहर का दौर 3 बार चला. 15 दिसंबर दिसंबर 25 दिसंबर के बीच प्रदेश के कई शहरों में तेज शीतलहर चली. ऐसा कई सालों बाद हुआ कि दिसंबर के बीच में लोग कांप गए हों. इस दौरान पचमढ़ी में पारा 1 डिग्री तो कुछ दिन इससे भी नीचे चला गया. वहीं, कई जिलों में पारा 4 डिग्री के आसपास घूमा. भोपाल में दौरान न्यूनतम तापमान 2 डिग्री तक चला गया. इसके बाद बाद जनवरी के पहले सप्ताह में मौसम का कुछ ऐसा ही हाल रहा. हालांकि जनवरी में न्यूनतम पारा दिसंबर के अंत की तुलना में उतना नहीं गिरा लेकिन शीतलहर कई जिलों में चली.

मध्यप्रदेश में बीते साल से ज्यादा पड़ी ठंड

मकरसंक्रांति के आसपास भी 3 दिन तक शीतलहर ने लोगों को कंपा दिया. भोपाल के सीनियर मौसम वैज्ञानिक दिव्या ई सुरेंद्रन के अनुसार "मध्यप्रदेश में इस बार पिछले साल से ज्यादा सर्दी पड़ी है. वहीं शीतलहर के ट्रेंड की बात करें तो साल 2024 के मुकाबले इस साल ज्यादा दिनों तक शीतलहर का असर दिखाई दिया. शीतलहर ने इस साल साल 2024 का रिकॉर्ड तोड़ दिया. हालांकि 2023 में इस साल से ज्यादा दिनों तक शीत लहर चली थी."

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