भोपाल। महाकाल की नगरी उज्जैन और इंदौर के बीच सड़क को 4 लेन से बढ़ाकर 6 लेन का किया जाएगा. प्रदेश की मोहन कैबिनेट ने इसके प्रस्ताव को हरी झंडी दे दी है. इसके लिए 1700 करोड़ रुपए की लगात आएगी. सड़क निर्माण का कार्य पीपीपी मोड पर किया जाएगा. उज्जैन में आगामी सालों में होने वाले सिंहस्थ को लेकर राज्य सरकार ने इसका निर्णय लिया है. उज्जैन और इंदौर के बीच एक नई रोड भी बनाई जाएगी. कैबिनेट की बैठक में आधा दर्जन से ज्यादा प्रस्तावों पर चर्चा की गई. कैबिनेट में सीएम ने कहा कि गायों की दुर्घटना में मौत पर सरकार दाह संस्कार की व्यवस्था करेगी.
कैबिनेट में इन प्रस्तावों को मिली हरी झंडी
कैबिनेट की बैठक की शुरूआत में प्रसिद्ध दिगंबर जैन संत आचार्य श्री विद्यासागर जी के महाप्रयाण पर दो मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई. इसके बाद कैबिनेट की बैठक में कई प्रस्तावों पर चर्चा कर उन्हें सहमति दे दी गई.
- कैबिनेट की बैठक में उज्जैन में लगने वाले विक्रमादित्य मेले को ग्वालियर मेले की तर्ज पर लगाने का निर्णय लिया गया. कैबिनेट में निर्णय गया कि विक्रम महोत्सव व्यापार मेले में ऑटोमोबाइल सेक्टर में खरीदी पर 50 फीसदी की छूट दी जाएगी.
- शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए राज्य सरकार ने दो विश्वविद्यालय- देवी अहिल्याबाई और जीवाजी विश्वविद्यालय ग्वालियर को विभाजित कर दो नए विश्वविद्यालय की स्थापना को मंजूरी दी है.
- देवी अहिल्या बाई विश्वविद्यालय को विभाजित कर टंट्या मामा भील विश्वविद्यालय बनाया जाएगा. इसके अलावा जीवाजी विश्वविद्यालय को विभाजित कर तात्या टोपे विश्वविद्यालय बनाए जाने का निर्णय लिया है.
- लोक सेवा आयोग के 2 रिक्त सदस्यों के पद पर जबलपुर डेंटल मेडिकल कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ. एचएस मरकाम और जबलपुर विश्वविद्यालय के सहायक प्राध्यापक डॉ. नगेन्द्र कुमार की नियुक्ति को कैबिनेट ने मंजूरी दे दी है. इसके लिए मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में कमेटी बनी थी, इसकी रिपोर्ट कैबिनेट में रखी गई.
- कैबिनेट ने पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग के अधोसंरचना विकास के लिए स्थापित पूंजी फंड में 500 करोड़ का प्रावधान करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
- कैबिनेट की बैठक में अयोध्या में रामलला मंदिर बनाने के लिए कैबिनेट की तरफ से धन्यवाद पत्र भेजे जाने का निर्णय लिया गया.
गौशालाओं के लिए सरकार बनाएगी वृहद प्लान
कैबिनेट की बैठक में चर्चा के दौरान प्रदेश में गौशाला प्रबंधन को बेहतर बनाने पर चर्चा हुई. बैठक में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सड़कों पर होने वाली दुर्घटनाओं में गौ माता शिकार हो जाती हैं, अब ऐसी व्यवस्था की जाएगी कि यह सड़कों पर न दिखें. इसके लिए गौशालाओं के लिए राशि और मानदेय बढ़ाया जाएगा. यदि गौ माता मृत्यु की शिकार होती हैं, तो उनके सम्मानजनक दाह संस्कार की व्यवस्था सरकार करेगी. गौ माता के अवशेष अपमानित न हों इसके लिए समाधि अथवा अन्य व्यवस्थाओं पर गंभीरता से ध्यान दिया जाएगा. सीएम ने पशुपालन एवं डेयरी विभाग को इस संबंध में आवश्यक तैयारी करने के निर्देश दिए हैं.